प्रेसदस्यों ने गणेश-लक्ष्मी की पूजा एवं दीप जला कर एक-दूसरे को दीं बधाइयां, बच्चों ने भी खूब पटाखे फोड़, गाना-नृत्य, हास्य-व्यंग्यों के द्वारा समारोह को बनाया यादगार।
#MNN24X7 दरभंगा यूनेस्को क्लब ऑफ दरभंगा, नॉर्थ बिहार हॉर्टिकल्चर सोसाइटी एवं रोटरी क्लब ऑफ़ मिथिला, दरभंगा के संयुक्त तत्वावधान में दीपावली मिलन समारोह का आयोजन यूनेस्को क्लब के अध्यक्ष बिनोद कुमार पंसारी की अध्यक्षता में दरभंगा के रेडियो स्टेशन रोड स्थित महाराजा होटल में किया गया, जिसमें डॉ एके गुप्ता, डॉ रामबाबू खेतान, डॉ लता खेतान, डॉ एस एन सर्राफ, डॉ बीबी शाही, डॉ अलका द्विवेदी, डॉ राजेश द्विवेदी, डॉ बीके शर्मा, डॉ सुजाता राय, प्रो मधुरंजन प्रसाद, डॉ गीतेन्द्र ठाकुर, डॉ आर एन चौरसिया, डॉ अंजू कुमारी, डॉ नूतन वाला सिंह, डॉ मनीष कुमार प्रसाद, डॉ दिलीप शुक्ला, सिद्धू मल बजाज, डॉ अभय कुमार कश्यप, डॉ एम एच खान, माला सिन्हा, मनोरंजन प्रसाद अग्रवाल, श्रवण कुमार बरौलिया, कुसुम बरौलिया, राजकुमार मारिवाल, राज कुमारी, तरुण मिश्रा, रामबाबू साह, आलोक कुमार, प्रो अरविन्द सुन्दर झा, बिनोद कुमार सिंह, नीलम पंसारी, नीलम अग्रवाल, सुनीता अग्रवाल, प्रो रघुनाथ शर्मा , इन्दू शर्मा, राधा पोद्दार, कात्यायनी, रानी खेतान, अनीता सिंह, नीलम देवी, शिवानी, विमला बजाज, अनिता सिंह, माला सिन्हा, गार्गी द्विवेदी तथा प्रणव नारायण, राजकुमार पासवान, अरुण सराफ, आशीष सर्राफ सहित 100 से अधिक व्यक्ति उपस्थित थे। यूनेस्को क्लब ऑफ दरभंगा ने अपने नए सदस्य के रूप में हैरो इंग्लिश स्कूल के ऑनर प्रो अरविन्द सुंदर झा को चादर एवं मोमेंटो से स्वागत किया।
इस अवसर पर नॉर्थ बिहार हॉर्टिकल्चर सोसाइटी की अध्यक्षा डॉ लता खेतान ने सदस्यों का स्वागत करते हुए विषय प्रवेश कराया और दीपावली के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने लोगों को बिना किसी व्यक्ति या पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए आपसी प्रेम भाव से दिवाली पर्व मनाने का आह्वान किया। कहा कि दिवाली में लोग आपसी भेदभाव भूलकर एक दूसरे से मिलते हैं, जिससे भाईचारा एवं प्रेम बढ़ता है। यूनेस्को क्लब के अध्यक्ष बिनोद कुमार पंसारी ने कहा कि दिवाली सिर्फ दीप जलाने का ही नहीं, बल्कि मन के भीतर के प्रकाश को जगाने का संदेश देता है। ईश्वर सदैव हम सबमें सुख, शांति, समृद्धि और स्वास्थ्य का प्रकाश प्रदान करें। उन्होंने दीपावली को आपसी एकता, सहयोग एवं मानवीय मूल्यों के त्यौहार के रूप में मनाने पर बल दिया। कहा कि दीपों की रोशनी से वातावरण उज्ज्वल एवं आनन्दमय हो जाता है।
यूनेस्को क्लब के मीडिया इंचार्ज डॉ आर एन चौरसिया ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि ‘प्रकाश का पर्व’ दीपावली असत्य पर सत्य और अज्ञान पर ज्ञान की विजय का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि दिवाली के दिन ही ‘धन की देवी’ लक्ष्मी भी समुद्र मंथन से प्रकट हुई थी और भगवान महावीर को इसी दिन मोक्ष की प्राप्ति हुई थी। उन्होंने दिवाली को धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बताया और कहा कि दीपावली से अर्थव्यवस्था को भी गति मिलती है। रोटरी क्लब ऑफ मिथिला के पूर्व अध्यक्ष मनोज कुमार डोकानिया ने मनोरंजक ढंग से संचालन करते हुए पति-पत्नी के बीच अच्छे और बड़े झूठे वायदे करने तथा हास्य-व्यंग आधारित सेल्फी लेने की प्रतियोगिता करायी। मौके पर सफल तीन-तीन दंपतियों को गिफ्ट भी प्रदान किए गए। उन्होंने बच्चे-बच्चियों से स्कूल टीचर, भारतीय किसान, अपने मम्मी तथा रॉबर्ट एवं लायन की नकल करवाकर लोगों को खूब हंसाया। सफल बच्चों को भी पुरस्कार दिए गए। छोटे-बड़े बच्चों एवं सदस्यों ने कई तरह के पटाखे फोड़, रंग-बिरंगी फुलझरियां जलाकर तथा गिलानियों को नचाकर दीपावली समारोह को विशेष रूप से यादगार बना दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं लक्ष्मी-गणेश के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ। तत्पश्चात सदस्यों ने सामूहिक रूप से राष्ट्रगान-गायन में भाग लिया। वहीं सभी सदस्यों ने अलग-अलग दीप जलाकर एक-दूसरे को दीपावली की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मनोरंजन प्रसाद अग्रवाल ने विभिन्न रागों में अनेक मनभावन गीत, जबकि आशी अग्रवाल ने दीपावली गीत पर डांस प्रस्तुत कर सदस्यों का मन मोह लिया। अंत में मनोज कुमार डोकानियां तथा अजय पासवान ने “कभी अलविदा ना कहना…” गीत का गायन काफी आकर्षक अंदाज में प्रस्तुत किया। इस अवसर पर सदस्यों ने लजीज व्यंजनों का भी सामूहिक रूप से लुफ्त उठाया।