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पटना: राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को चुनाव है. मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई 2022 को खत्म हो रहा है. सत्तापक्ष और विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति चुनाव के लिए मंथन शुरू हो गया है. वहीं विपक्षी दलों की बुधवार को दिल्ली में बैठक बुलाई गई है. जिसमें एनडीए के खिलाफ साझा उम्मीदवार उतारने पर चर्चा होगी. इस बैठक में आरजेडी की ओर से सांसद मनोज झा शामिल हुई. राष्ट्रपति पद के लिए सीएम नीतीश कुमार का नाम भी सामने आया.

हालांकि सीएम ने खुद को दावेदारी से अलग कर लिया. इस बीच जदयू संसदीय दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा है कि नीतीश कुमार में राष्ट्रपति बनने के सभी गुण मौजूद हैं.उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार में राष्ट्रपति बनने के सभी गुण मौजूद हैं. जनता और नेता बोल रहे हैं. इसको रोका नही जा सकता है. हालांकि उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार 2025 तक सीएम हैं.

दरअसल जदयू के तमाम मंत्रियों और नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राष्ट्रपति पद का दावेदार बताया. हालांकि नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति की दावेदारी से खुद को अलग कर लिया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बनने की मेरी कोई इच्छा नहीं. इससे पहले राष्ट्रपति चुनाव पर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि इस मामले में नीतीश कुमार और राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह निर्णय लेंगे. कोई संशय की स्थिति नहीं है.

कई नेताओं को पार्टी से बेदखल करने पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पार्टी विरोधी काम करने पर कार्रवाई होती रहेगी कार्रवाई. सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार पर कार्रवाई हुई है. दरअसल जदयू ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए अनिल कुमार, विपिन यादव और अजय आलोक को पार्टी के पदों से मुक्त कर दिया गया है और उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया है.

वहीं उपेन्द्र कुशवाहा ने सीधे सीधे आरसीपी सिंह को केन्द्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने को कहा है. उन्होंने कहा कि जब आरसीपी सिंह को राज्यसभा के लिए अगला टर्म नहीं मिला है. तो ऐसी परिस्थिति में उनके मंत्री रहने का कोई मतलब नहीं रह जाता है.