मॉक निरीक्षण के द्वितीय चरण में दोनों विभागाध्यक्षों की विभागीय प्रस्तुति को देख टीम के सदस्यों ने दिये अनेक आवश्यक सुझाव।
#MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के स्नातकोत्तर विभागों की नैक तैयारी के आन्तरिक निरीक्षण के उद्देश्य से प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉली सिन्हा के नेतृत्व में 4 सदस्यीय मॉक टीम ने विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग तथा दर्शनशास्त्र विभाग का द्वितीय चरण का निरीक्षण किया। टीम के सदस्यों में वाणिज्य- संकायाध्यक्ष प्रो बीबीएल दास, आइक्यूएसी निदेशक डा मो ज्या हैदर तथा टीम के सदस्य डा दिवाकर झा शामिल थे।
टीम के सदस्यों ने दोनों विभागों के अध्यक्षों एवं डीयूएसी कोऑर्डिनेटरों से 1 जनवरी, 2017 से अद्यतन विभागों से संबंधित विभिन्न रजिस्टर्डों एवं फाइलों का गहन निरीक्षण किया तथा विभाग द्वारा आयोजित विविध कार्यक्रमों के विवरणों साथ ही शॉर्ट टर्म, मीडियम टर्म तथा लॉन्ग टर्म योजनाओं से संबंधित गहन पूछताछ कर जरुरी सुझाव दिए। टीम ने प्रथम चरण के मॉक निरीक्षण में दिए गए सभी निर्देशों के अनुपालन की भी समीक्षा की।
सदस्यों ने कहा कि विभाग द्वारा संपादित सभी तरह के कार्यक्रमों की संक्षिप्त रिपोर्ट, फोटोग्राफी, प्रतिभागियों की उपस्थिति, लाभार्थियों की संख्या, फीडबैक तथा कार्यक्रमों के निष्कर्ष आदि की भी विवरणी आवश्यक है, जिनपर संयोजक एवं विभागाध्यक्ष का हस्ताक्षर आवश्यक है।
विभागों की नैक तैयारी पर टीम ने संतोष व्यक्त करते हुए संस्कृत विभाग के स्मार्ट बोर्ड पर विभागाध्यक्षों द्वारा प्रस्तुत पीपीटी प्रेजेंटेशन में अनेक सुधार के सुझाव दिए गए तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप भविष्य में कोर्स डिजाइन करने का सुझाव दिया गया।