विश्वविद्यालय की जो समस्या हमारे सामने एक बार आयी, वह दोबारा नहीं आ सकी, क्योंकि हमारी टीम ने उसका शीघ्र निदान किया- कुलपति।
#MNN@24X7 दरभंगा किसी व्यक्ति के बारे में उसके बातचीत आदि से लोग पूर्व में ही एक धारणा बना लेते हैं और कार्यावधि पूर्ण होने पर फिर उसका मूल्यांकन करते हैं। जब हम अच्छा काम करते हैं और लोग सहयोग करते हैं तो हमारा आत्मबल और बढ़ता है। जो काम करता है, उससे ही लोग अपेक्षा भी करते हैं। मुझे विश्वविद्यालय के सभी लोगों ने बहुत सहयोग किया तथा सम्मान भी दिया।
उक्त बातें ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने अपने कार्यकाल के 3 वर्ष पूरा होने एवं कुलाधिपति द्वारा कार्यावधि विस्तार मिलने के उपलक्ष्य में आयोजित स्मरण- सह- सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कार्यावधि विस्तार हेतु कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर के प्रति आभार व्यक्त करते हुए गत 3 वर्षों में सहयोग करने वाले सभी पदाधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्र- छात्राओं के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया।
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय की जो समस्या हमारे सामने एक बार आयी वह दोबारा नहीं आ सकी, क्योंकि हमारी टीम ने उसका शीघ्र निदान किया। नैक- टीम पूरी क्षमता एवं ईमानदारी से दिन- रात काम कर रही है। विश्वविद्यालय के मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान संकाय के लिए शैक्षणिक भवन, हजार दो हज़ार लोगों को बैठने का सेमिनार हॉल तथा शिक्षक- कर्मचारियों के लिए आवास की व्यवस्था करना आवश्यक है। अपने कार्यकाल के महत्वपूर्ण कार्यों को रेखांकित करते हुए कुलपति ने कहा कि 2005 के बाद बहाल शिक्षकों के लिए पेंशन अकाउंट खोलने का भी सार्थक प्रयास हुआ। उन्होंने सम्मान समारोह आयोजित करने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि मेरे कार्यकाल का मूल्यांकन करना आपलोगों का कार्य है।
लखनऊ विश्वविद्यालय से आए राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक डा संजय कुमार गुप्ता ने कहा कि मैं कुलपति प्रोफेसर सिंह की अद्भुत प्रशासनिक एवं नेतृत्व क्षमता को पिछले 40 वर्षों से जानता हूं।प्रधानाचार्य के रूप में तथा लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में अद्वितीय व्यक्तित्व के धनी रहे ये वर्क कल्चर को स्थापित करते रहे हैं। मैं इनसे प्रेरणा ग्रहण करते हुए हमेशा सीखने का प्रयास करता हूं।
इस अवसर पर प्रोफेसर हरि नारायण सिंह, प्रोफेसर भी एस झा, प्रोफेसर चंद्रभानु प्रसाद सिंह, प्रोफेसर एच के सिंह, प्रोफेसर दिलीप कुमार चौधरी, प्रोफेसर मुश्ताक अहमद, डा अशोक कुमार सिंह तथा दशरथ यादव ने कुलपति के पिछले तीन वर्षों के उल्लेखनीय कार्यों का विस्तार से चर्चा किया।
अध्यक्षीय संबोधन में मानविकी संकायाध्यक्ष प्रोफेसर ए के बचन ने कहा कि कुलपति के सेवा विस्तार से हम सब अपने को सम्मानित महसूस करते हैं। इससे विश्वविद्यालय को नैक सहित अन्य बचे लाभ भी प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि कुलपति अनुशासन के प्रति दृढ़ हैं, जिनके कार्य विस्तार अवधि में विश्वविद्यालय और भी आगे बढ़कर अपना नाम रोशन कर सकेगा।
प्रोफेसर अशोक कुमार मेहता के कुशल संचालन में आयोजित सम्मान समारोह में स्वागत संबोधन करते हुए कुलसचिव डा अजय कुमार पंडित ने कहा कि नैक मूल्यांकन की जरूरत के हिसाब से भी कुलपति का कार्यकाल विस्तार बहुत जरूरी था। इनके इस कार्यावधि में नैक में विश्वविद्यालय को ए या ए प्लस ग्रेड मिलने की उम्मीद है।
इस अवसर पर पदाधिकारियों, विभागाध्यक्षों, शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्र- छात्राओं द्वारा पाग, चादर, पुष्पगुच्छ, माला तथा स्मृतिचिह्न आदि के द्वारा कुलपति का सम्मान किया गया।
समारोह में सीनेट, सिंडिकेट तथा वित्त समिति के सदस्य, वित्तीय परामर्शी, संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, प्रधानाचार्य, पूर्व प्रधानाचार्य, पदाधिकारी, कर्मचारी तथा छात्र- छात्राएं काफी संख्या में उपस्थित थे। प्रो अशोक कुमार मेहता ने कुलपति के कार्यों की प्रशंसा में मैथिली गीत प्रस्तुत कर, उसे फ्रेम में अर्पित किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर मुनेश्वर यादव ने किया।