देश में हो रही अमृत कलश यात्रा से मिलेगी राष्ट्र की एकता को मजबूती तथा लोगों में होगा राष्ट्रभक्ति तथा कर्तव्यबोध का संचार- कुलपति।
अमृत कलश में छात्र- छात्राएं तथा शिक्षक- कर्मचारी अपने घरों से लाए गये चावल तथा मिट्टी को एकत्र कर नेहरु युवा केन्द्र को सौंपेंगे- डा विनोद।
कार्यक्रम में शामिल लोगों ने भारत को आत्मनिर्भर तथा विकसित बनाने का लिया शपथ, निकाली अमृत कलश यात्रा।
#MNN@24X7 दरभंगा, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के एनएसएस कोषांग के तत्वावधान “मेरी माटी मेरा देश” कार्यक्रम के अंतर्गत भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर एवं मजबूत बनाने का संकल्प लिया तथा अमृत कलश यात्रा निकाला।
कार्यक्रम में कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह, मानवीकी संकायाध्यक्ष प्रो ए के बच्चन, वाणिज्य संकायाध्यक्ष प्रो एल पी जायसवाल, उपसचिव प्रथम डा कामेश्वर पासवान, उप परीक्षा नियंत्रक डा मनोज कुमार, लॉ ऑफिसर डा सोनी सिंह, मीडिया प्रभारी डा आर एन चौरसिया, एनएसएस कोऑर्डिनेटर डा विनोद बैठा, एमएलएसएम कॉलेज के एनएसएस पदाधिकारी डा सुबोधचन्द्र यादव, मारवाड़ी कॉलेज की डा सुनीता कुमारी, मिल्लत कॉलेज की डा सोनी शर्मा, आर बी जालान कॉलेज के शिवनारायण राय तथा महात्मा गांधी कॉलेज के अविनाश कुमार, सैयद मो जमाल अशरफ, नेहरु युवा केन्द्र, दरभंगासे मुकेश कुमार झा, कुणाल कुमार गुप्ता तथा उपासना कुमारी, प्रशांत कुमार झा, श्रीकांत कुमार सहनी, राकेश कुमार, अमित कुमार झा, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह तथा अक्षय कुमार झा सहित साठ से अधिक छात्र- छात्राओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम का प्रारंभ कुलपति द्वारा कलश में चावल डालकर किया गया। वहीं सभी पदाधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों एवं स्वयंसेवक- छात्र व छात्राओं आदि के द्वारा भी कलश में चावल डाले गए। तत्पश्चात कुलपति ने भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के सपनों को साकार करेंगे, गुलामी की मानसिकता को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे, देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करेंगे, भारत की एकता को सुदृढ़ करेंगे और देश की रक्षा करने वालों का सम्मान करेंगे तथा नागरिक होने का कर्तव्य निभाएंगे। कुलपति ने उपस्थित पदाधिकारियों, कर्मियों एवं छात्र- छात्राओं को देश के विकास एवं नागरिक कर्तव्यों से संबंधित पांच बिन्दुओं का शपथ दिलाया।
अपने संबोधन में कुलपति ने कहा कि अमृतकाल में पूरे देश में कलश यात्रा निकला जाना गर्व की बात है। इस कलश में सभी लोग अपने- अपने घरों से चावल एवं मिट्टी लाकर डाल रहे हैं जो देश से इकट्ठा होकर दिल्ली में बनने वाली अमृत वाटिका में प्रयुक्त होंगे। उन्होंने विश्वविद्यालय की ओर से एनएसएस पदाधिकारियों एवं स्वयंसेवकों को शुभकामना देते हुए कहा कि देश में हो रही अमृत कलश यात्रा से देश की एकता को मजबूती तथा लोगों में राष्ट्रभक्ति एवं कर्तव्यबोध का संचार होगा।
उप कुलसचिव प्रथम डा कामेश्वर पासवान ने कहा कि ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम आमलोगों में राष्ट्रहित तथा राष्ट्रभावना को जागृत करेगा। विशेष रूप से युवाओं में समाजसेवा तथा राष्ट्रीय भावना का संचार होगा, जिससे देश में प्रगति एवं समाज में खुशहाली आएगी।
उपस्थित पदाधिकारियों एवं छात्र- छात्राओं का स्वागत करते हुए एनएसएस कोऑर्डिनेटर डा विनोद बैठा ने बताया कि एनएसएस क्षेत्रीय केन्द्र, पटना के पत्र के आलोक में यह कार्यक्रम 1 से 13 अक्टूबर, 23 के बीच विभिन्न महाविद्यालय के परिसरों एवं गोद लिए गए गांवों में मनाया जा रहा है। जहां 75 देशी पौधों का रोपण भी किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान एकत्र कलशों को नेहरु युवा केन्द्र को सौप जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से युवा देश की मिट्टी से ज्यादा जुड़ेंगे तथा अपने देश को अधिक से अधिक जान सकेंगे।
वहीं नेहरु युवा केन्द्र, दरभंगा के प्रतिनिधियों ने कहा कि हमारे पास अब तक पांच दर्जन से अधिक कलश जमा हो चुके हैं। कलश एकत्रीकरण की नोडल एजेंसी पोस्ट विभाग है, जिसे नेहरु युवा केन्द्र कलश सौंपेगा। पूरे भारत से ऐसे 75 सौ कलश दिल्ली के कर्तव्यपथ पर जमा होंगे, जिनसे अमृत वाटिका का निर्माण होगा। एनएसएस कोषांग के द्वारा नेहरु युवा केन्द्र, दरभंगा के प्रतिनिधियों को कलश सौंपा गया। इस अवसर पर कुलपति ने हरी झंडी देकर अमृत कलश यात्रा को विदा किया जो डा विनोद बैठा के नेतृत्व में पोस्टर एवं बैनर के साथ विश्वविद्यालय परिसर में ‘वन्दे- मातरम् ‘, ‘भारत माता की- जय’, ‘मेरी माटी- मेरा देश’ आदि नारा लगाते हुए भ्रमण किया।
वहीं महात्मा गांधी कॉलेज की छात्रा संजना कुमारी यात्रा में कलश लेकर आगे चल रही थी। कार्यक्रम में स्थानीय एम आर महिला कॉलेज, मारवाड़ी कॉलेज, एमएलएसएम कॉलेज, आर बी जालन कॉलेज, महात्मा गांधी कॉलेज, डब्ल्यूआईटी तथा पीजी इकाई आदि के छात्र- छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान- “जन गण मन…” के सामूहिक गायन से हुआ।