संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो देव नारायण झा मुख्य वक्ता के रूप में देंगे “महाकवि कालिदास और मिथिला” विषय पर एकल व्याख्यान।
आज स्नातकोत्तर संस्कृत विभागाध्यक्ष डा घनश्याम महतो की अध्यक्षता में विभाग में आयोजित बैठक में उक्त आशय का लिया गया निर्णय।
पीजी संस्कृत विभाग में होने वाले आयोजन में भाग लेने वाले सभी शिक्षकों, शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों को फाउंडेशन द्वारा दिया जाएगा प्रमाण पत्र।
#MNN@24X7 दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग तथा डा प्रभातदास फाउंडेशन, दरभंगा के संयुक्त तत्वावधान में आगामी 7 फरवरी को “महाकवि कालिदास और मिथिला” विषयक व्याख्यान का आयोजन किया जाएगा, जिसमें भाग लेने वाले सभी शिक्षकों, शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों को फाउंडेशन की ओर से प्रमाण पत्र दिया जाएगा। कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो देवनारायण झा मुख्य वक्ता के रूप में उक्त विषय पर देंगे एकल व्याख्यान।
स्नातकोत्तर संस्कृत विभागाध्यक्ष डा घनश्याम महतो की अध्यक्षता में संस्कृत विभाग में आज आयोजित बैठक में उक्त आशय का निर्णय लिया गया। बैठक में संस्कृत विभागाध्यक्ष डा घनश्याम महतो, मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो ए के बच्चन, आर के कॉलेज, मधुबनी के पूर्व संस्कृत विभागाध्यक्ष डा विघ्नेशचन्द्र झा, विभागीय- प्राध्यापक डा आर एन चौरसिया, डा प्रभातदास फाउंडेशन के सचिव मुकेश कुमार झा, पीडीकेजे कॉलेज, अंधराठाढ़ी के दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डा संजय कुमार झा, शोधार्थी- सदानंद विश्वास, संदीप घोष, सोनाली मंडल, अनिमेष मंडल एवं अनुपम कुमारी, मुकुंद कुमार, गणेश कुमार पासवान, मंजू अकेला, शिशिर नाथ झा, निशांत कुमार, विद्यासागर भारती, उदय कुमार उदेश, योगेन्द्र पासवान, संस्कृत- जेआरएफ रीतु कुमारी तथा संजय कुमार झा आदि उपस्थित थे।
एकल व्याख्यान के संयोजक डा आर एन चौरसिया ने बताया कि इस व्याख्यान में किसी भी विषय के शिक्षक, शोधार्थी, विद्यार्थी या संस्कृत प्रेमी भाग ले सकते हैं, जिन्हें सहभागिता प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा।