#MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के समक्ष दिनांक 13.02.2023 (सोमवार) को इतिहास, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान एवं भूगोल विषयों के विभागाध्यक्ष/प्राध्यापकों ने नैक ग्रेडिंग को लेकर अब तक विभागों की ओर से किए गए तैयारियों का लेखा-जोखा निर्धारित प्रारूप में प्रस्तुत किया। इस प्रस्तुति का मुख्य उद्देश्य नैक की टीम के आगमन से पूर्व विश्वविद्यालय के सभी विभाग अपनी तमाम कमियों को दूर करने साथ ही इसको और बेहतर कर सके। साथ ही नैक द्वारा जो सूचनाएं मांगी गई हैं, वे प्रमाणिकता के साथ प्रस्तुत कर सके, जिससे ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को बेहतर नैक ग्रेड इस बार मिल सके।

कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने नैक की दृष्टि से इतिहास, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान एवं भूगोल विभागों की प्रस्तुति का गहन अवलोकन कर कई महत्वपूर्ण सुझाव दिये और विभागीय प्रोफाइल में जो कमियां थीं, उन्हें दूर करने का सलाह भी दिए। कमियों को दूर कर एक सप्ताह के बाद दोबारा प्रस्तुतिकरण देने का निर्देश दिया। ताकि, नैक टीम के समक्ष विश्वविद्यालय की छवि बेहतर रूप से प्रस्तुत हो सके। इसके लिए सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दिया कि प्रोफाइल में दर्शाए गए सभी अंशों के अलग-अलग फाइल बनाकर सारी सूचनाएं प्रमाणिक रूप में रखें। इससे यह होगा कि नैक टीम के सदस्यों की ओर से पूछताछ करने पर उसे प्रमाणित किया जा सके।

इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रो. डॉली सिन्हा ने प्रस्तुतिकरण का अवलोकन करने के बाद एक्सटेंशन एक्टिविटी के तहत विश्वविद्यालय परिसर से बाहर समाज में किये गए कार्यों का डेटा शामिल करने का सुझाव दिया। वहीं उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे अपने विभाग के उन्नयन हेतु शॉर्ट टर्म, मिडिल टर्म एवं लोंग टर्म योजनाएं बनाएं, जिससे छात्रों के साथ समाज को भी इसका लाभ मिलें।

कुलसचिव प्रोफेसर मुश्ताक अहमद ने सभी विभागाध्यक्षों से कहा कि नैक की टीम विश्वविद्यालय के ढांचागत विकास से लेकर विश्वविद्यालय में उपलब्ध मानव संसाधनों का भी ऑडिट करेगी। विश्वविद्यालय की कोशिश इस बार बेहतर ग्रेड लाने की है। इस बार विश्वविद्यालय में काफी संख्या में नए स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में अतिथि शिक्षकों की भी नियुक्ति हुई है। सीनेट की बैठक भी हो चुकी है। दीक्षांत समारोह का भी जल्द ही आयोजन होगा। इसलिए उम्मीद की जा रही है कि विश्वविद्यालय को बेहतर ग्रेड प्राप्त होगा। पिछली बार विश्वविद्यालय को बी ग्रेड प्राप्त हुआ था। इस बार विश्वविद्यालय को ए ग्रेड मिले, इसके लिए हर स्तर पर तैयारी की जा रही है।

आईक्यूएसी निदेशक डॉ. मो. ज्या हैदर ने सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि इसी प्रकार दूसरे विभागों की तैयारियों का भी अवलोकन किया जायेगा। अवलोकन के बाद डेटा में कैसे बेहतरी हो इसके लिए कार्य किया जाएगा।

बैठक में इतिहास के विभागाध्यक्ष प्रो. मो. नैयर आजम, अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. विजय कुमार यादव, राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो. मुनेश्वर यादव, भूगोल के विभागाध्यक्ष डॉ. विनय नाथ झा के साथ ही उक्त चार विषयों के विभागीय शिक्षक एवं आइक्यूएसी कोर कमेटी के सदस्य डॉ. अवनि रंजन सिंह, प्रो. अशोक कुमार मेहता एवं डॉ. दिवाकर झा शामिल थे।