बीपीएससी के पाठ्यक्रम में विभिन्न भाषाओं को महत्वहीन किए जाने के साथ ही एम्स निर्माण में हो रही राजनीतिक साजिश व दरभंगा में हाईकोर्ट के स्पेशल बैंच की स्थापना में हो रही देरी के विरुद्ध उठेगी आवाज

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बीपीएससी के पाठ्यक्रम में करोड़ों मिथिलावासी की मातृभाषा मैथिली, बिहार की द्वितीय राज्यभाषा उर्दू, देवभाषा संस्कृत एवं राष्ट्रभाषा हिन्दी साहित विभिन्न भाषाओं को वैकल्पिक विषय के रूप में महत्त्वहीन किए जाने के विरोध में 27 फरवरी को पटना के जेपी गोलम्बर पर सामूहिक विशाल धरना कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

जानकारी देते हुए विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने बताया कि विद्यापति सेवा संस्थान की अगुवाई में आयोजित हो रहे इस धरना में मिथिला- मैथिली आन्दोलन से संबंधित अनेक संगठनों के साथ साथ विभिन्न भाषाओं के लेखक, कवि, साहित्यकार, बुद्धिजीवी एवं आम नागरिक एवं अनेक राजनीतिक दलों के नेता व कार्यकर्ता भाग लेंगे।

उन्होंने बताया कि बीपीएससी परीक्षा में वैकल्पिक विषय के रूप मैथिली सहित विभिन्न भाषाओं को महत्वहीन किए जाने के विरुद्ध आवाज बुलंद करने के साथ ही दरभंगा में एम्स निर्माण में हो रही राजनीतिक साजिश एवं दरभंगा में हाईकोर्ट के स्पेशल बैंच की स्थापना में हो रही अनावश्यक देरी के विरुद्ध भी आवाज उठाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि इस एक दिवसीय सामूहिक विशाल धरना कार्यक्रम में सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन विद्यापति सेवा संस्थान, (दरभंगा), अखिल भारतीय मिथिला संघ (दरभंगा), अखिल भारतीय मैथिली परिषद (दरभंगा), मिथिला राज्य संघर्ष समिति (दरभंगा), अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समिति ( दिल्ली/ काठमांडू), मैथिल समाज, रहिका, (मधुबनी), मिथिला विकास परिषद (कोलकाता) एवं मिथिला स्टूडेंट यूनियन सहित अनेक राजनीतिक संगठन के नेता व कार्यकर्ता भी अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज करेंगे।

विधान सभा के बजट सत्र के पहले दिन आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री एवं महामहिम राज्यपाल को मांग के समर्थन में ज्ञापन सौंपा जाएगा।