#MNN@24X7 दरभंगा, 20 फरवरी, कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय के खेल मैदान में आयोजित राजकुमार शुभेश्वर सिंह मेमोरियल किक्रेट टुर्नामेंट का उद्घाटन जिलाधिकारी श्री राजीव रौशन के कर कमलों से दीप प्रज्जवलन कर किया गया। इसके साथ ही इस अवसर पर एक पुस्तक का भी विमोचन किया गया।
 
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुमार कपलेश्वर सिंह ने की तथा इस अवसर पर राजेश्वर सिंह एवं अन्य अतिथि जिनमें लाल मोहन झा, पूर्व प्रधानाध्यापक, सी.एम. साईंस कॉलेज, दरभंगा, डॉ. रमण कुमार वर्मा, आई.एम.ए. कॉलेज उपस्थित थे।
कुमार कपलेश्वर सिंह ने इस अवसर पर जिलाधिकारी राजीव रौशन को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी, दरभंगा राजीव रौशन ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब भारत खिलाड़ी अर्तराष्ट्रीय पटल पर देश का तिरंगा लहराते हैं, देश का नाम आगे बढ़ाते है, तो हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता हैं,  तो हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। हमें इस गर्व की अनुभूति को हासिल करने के लिए अपने युवा पीढ़ी को सींचने की जरूरत है। हमें अपनी युवा पीढ़ी के खेल प्रतिभा को निखारना होगा।

उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी के लिए इस प्रकार के खेल प्रतियोगिता के विशेष आयोजन की जरूरत है। आज की युवा पीढ़ी एक नये युग में प्रवेश कर रहे है, जहाँ शाररिक गतिविधि दिन-प्रतिदन कम होते जा रहे है। आज की युवा पीढ़ी को जितना समय व्यायाम पर शारिरिक गतिविधि व खेल पर देना चाहिए, उतना नहीं दे रहे हैं। वे अपना समय मोबाईल पर दे रहे हैं वे किक्रेट गेम भी मोबाईल पर ही खेलना शुरू कर दिए हैं।
 
उन्होंने कहा कि जब हम युवा पीढ़ी को सही दिशा दिखाएंगे, तभी अपनी संस्कृति, परम्परा और विरासत को सुरक्षित रख पाएंगे। अगर हम अपनी युवा पीढ़ी का सही मार्ग-दर्शन नहीं किया, तो युवा पीढ़ी विकृति का शिकार हो जाएगी और हम अपने जिला, राज्य और देश को सही दिशा देने में असफल हो जाएंगे। ।  इसलिए हमारी वर्तमान पीढ़ी है, जिन्होंने देखा है कि हम खेल के माध्यम से भी अपने विरासत और संस्कृति को सुरक्षित रख सकते है और अपने देश और राज्य का नाम आगे बढ़ा सकते हैं, उन्हें अपने युवाओं को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। 
    
उन्होंने कहा कि यह हर्ष का विषय है की इस कार्यक्रम में 06 जिले के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं और यह प्रतियोगिता कई दिनों तक चलेगी।

उन्होंने कहा कि हम चाहेंगे कि इस प्रतियोगिता का आकार और बढ़ाया जाए, ताकि यहाँ के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर और अर्तराष्ट्रीय स्तर भी जा सकें।