-जिला पदाधिकारी ने फीता काट व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की की शुरुआत
-मेले में विभिन्न विभागों ने लगाए गए स्टॉल
-मोटे अनाजों यानी मिलेट्स पर विशेष ध्यान
#MNN@24X7 मधुबनी / 3 अप्रैल, मधुबनी जिला में पोषण पखवाड़ा 2023 के अंतर्गत सभी प्रखंड विभिन्न गतिविधियों का अयोजन किया जा रहा है, इस दौरान सोमवार को टाउन हॉल मधुबनी में आई सी डी एस द्वारा पोषण मेला सह पोशन सेमिनार का आयोजन किया गया। मेला का उद्घाटन जिला पदाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा के द्वारा फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान जिला पदाधिकारी द्वारा सभी स्टॉल का निरीक्षण किया गया।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य 0 से 6 वर्ष के बच्चों में बौनेपन को रोकना और बच्चों के कुपोषण स्थिति में सुधार करना है,14-49 वर्ष की आयु की महिलाओं और लड़कियों में एनीमिया के प्रसार को रोकना, बच्चों के जन्म के समय कम वजन जैसी समस्याओं को कम करना एवं इसके बारे में जन जन तक जानकारी पहुचाना इस कार्यक्रम का उद्देश्य है।
इसमें होने वालीं गतिविधिया जैसे – 0- 6 वर्ष के बच्चों का वृद्धि निगरानी, गृह भ्रमण, गोद भराई, अन्नप्राशन, एवं मिलेट्स से होने वाले लाभ के बारे में नुक्कड़ नाटक एवं जन समुदाय के बीच गतिविधियों का आयोजन कर योजना से होने वालें अनेकों लाभ के बारे में बताया जा रहा है, इन गतिविधियों के माध्यम से शिशुओं गर्भवती महिला, धात्री माता एवं किशोरियों को योजना से जोड़कर लाभ देने का उद्देश्य है।
साथ ही समुदाय के बीच स्वास्थ्य एवं पोषण के संदेश को नुक्कड़ नाटक, ऑडियो, वीडियो, सोशल मीडिया व समाचार पत्र के माध्यम से जन जन तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है । उन्होंने बताया मिलेट्स को अपने भोजन में शामिल करें एवं स्वास्थ्य व पोषण के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने में सहभागी बने।
मोटे अनाजों यानी मिलेट्स पर विशेष ध्यान:
जिला प्रोग्राम पदाधिकारी कविता कुमारी ने बताया कि पोषण पखवाड़े में मिलेट्स यानी मोटे अनाजों के इस्तेमाल पर जोर दिया गया है . अभी भी समाज में मोटे अनाज को गरीबों के आहार से जोड़ा जाता है. जबकि मोटे अनाजों में प्रचूर मात्रा में पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं और यह आहार में पोषक तत्वों की कमी को पूरा भी करता है.
तीन विषयों पर आधारित गतिविधियों का हुआ आयोजन:
पोषण पखवाड़े के दौरान तीन विषयों पर बल दिया गया . जिसमें पोषण के लिए मिलेट्स यानी मोटे अनाज की उपयोगिता के लिए प्रचार – प्रसार, स्वस्थ बाल बालिका स्पर्धा का आयोजन एवं सक्षम आंगनवाड़ी का प्रचार – प्रसार को शामिल किया गया .
मेले में विभिन्न विभागों ने लगाए गए स्टॉल :
पोषण मेला में आई सी डी एस, जीविका,स्वास्थ्य विभाग एवं पी एच डी विभाग से स्टाल लगाया गया। आई सी डी एस द्वारा स्टॉल पर पोषाहार मेनू,सूखा राशन,स्कूल पूर्व शिक्षा,मॉडल आंगनबाड़ी केन्द्र एवं स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा का प्रदर्शन किया गया। जीविका द्वारा श्री अन्न/मोटा अनाज के उपयोगिता के बारे में बताया गया। स्टाल पर रागी/बाजरा का रोटी,सामा का खीर,पुलाव, चावल एवं बड़ी,बाजरा का लिट्टी,समोसा,पूरी,कचौड़ी एवं मड़ुआ के रोटी का प्रदर्शन किया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पोषण पुनर्वास केंद्र से संबंधित एवं अनीमिया मुक्त भारत संबंधित प्रदर्शनी किया गया। पी एच ई डी विभाग से शुद्ध पेयजल संबंधित जाँच एवं FTK किट जिला स्तरीय प्रयोगशाला में 15 जांच के बारे में प्रदर्शन किया गया।
मौके पर जिला प्रोग्राम पदाधिकारी कविता कुमारी,बाल विकास परियोजना पदाधिकारी शोभा रानी,अंजना कुमारी,लक्ष्मी रानी,सारिका कुमारी,जीविका से संजल प्रिया(प्रबंधक स्वास्थ्य एवं पोषण) स्वास्थ्य विभाग से डॉक्टर जयसुदन झा,पी एच ई डी से रमन कुमार झा ,जिला कार्यक्रम समन्वयक अंजनी झा, जिला समन्यवयक स्मित प्रतीक सिन्हा,जिला कार्यक्रम सहायक शिव राम मेहरा,प्रखंड समन्वयक अभिषेक कुमार झा, संतोष ठाकुर, प्रिंस कुमार, प्रशांत गौरव,प्रधान सहायक संतोष कुमार झा उपस्थित हुए।