#MNN@24X7 दरभंगा भारतीय जनता पार्टी जिला दरभंगा द्वारा जिलाध्यक्ष जीवछ सहनी के अध्यक्षता में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री का पुतला दहन कर आज सभी कार्यकर्ताओं द्वारा काला कपड़ा बांधकर काला दिवस मनाकर विरोध किया ।

इस अवसर पर अपने संबोधन में दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि पटना में जंगलराज रिटर्न्स की तस्वीर देखने को मिली। लालू प्रसाद यादव जंगलराज लाने वाले थे। आज तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार ने फिर से वह तस्वीर दिखाने का काम किया है। पुलिस की लाठीचार्ज से घायल बीजेपी नेता विजय सिंह की मौत हो गई है। विजय सिंह की हत्या नीतीश कुमार ने की है। सरकार के गुंडों ने मिलकर बीजेपी कार्यकर्ता विजय सिंह की हत्या की है। वही हजारों कार्यकर्ता इस घटना में घायल हो गये हैं।दरभंगा के बेटी आज भी पी एम सी एच में भर्ती है ।सैकड़ों निहत्थे कार्यकर्ता पर लाठी ,आंसूगैस ,और पानी की फौआर छोड़े गए। न सांसद, न विधायक, न पूर्व मंत्री,न विधानसभा के प्रतिपक्ष के नेता,न विधानपरिषद के प्रतिपक्ष के नेता,न महिला,न बुजुर्ग को छोड़ने का कार्य किया ।सभी नीतीश के इसारे पर लाठियां भाज रहे थे ।जिसका मैं निंदा करता हूं जनार्दन सिंह सिग्रीवाल सांसद हैं। उन्हें वाई केटेगरी की सुरक्षा मिली हुई है। इसके बावजूद पुलिस ने उन पर भी लाठीचार्ज कर हॉस्पिटल पहुंचा दिया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की पुलिस ने लोकतंत्र की हत्या की है। बीजेपी आज नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव का पुतला दहन किया है और कल धरना का कार्यक्रम रखा गया है।

जिलाध्यक्ष जीवछ सहनी ने कहा भाजपा कार्यकर्ता विजय सिंह की निर्मम-निर्लज्ज हत्या का हिसाब बिहार की जनता लेगी। बिहार को लोकतंत्र की जननी कहा जाता है और आज इसी पवित्र धरती पर नीतीश कुमार ने लोकतंत्र की हत्या कर दी। नीतीश कुमार ममता दीदी की राह पर चल पड़े हैं, लोकतांत्रिक तरीके से विरोध कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर बर्बर हमले से हुई मौत के लिए सीधे तौर पर नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं। अहंकारी नीतीश कुमार द्वारा जहानाबाद भाजपा जिला महामंत्री विजय सिंह की हत्या कर दी गई। जितनी माता-बहने विधवा हुई, नरसंहार हुआ। उस जंगलराज को सीएम नीतीश ने जनताराज कहा। यह जनताराज नहीं गुंडाराज है। इन गुंडो ने जिस तरह से हमारे कार्यकर्ताओं पर लाठी बरसाकर आज उनकी जान ले ली। कई लोग घायल हो गए। इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।

इस कार्यक्रम में पूर्व विधानपार्षद अर्जुन सहनी,राम कुमार झा, मनीष जयसवाल, ज्योति कृष्ण झा लवली, सुजीत मल्लिक, संजीव साह, आदित्य नारायण मन्ना, संतोष पौद्दार, विकाश चौधरी, रजनीश झा, प्रशांत कुमार, संतोष पासवान आदि उपस्थित थे।