-कुल 85 में से 46 शिक्षकों के यूजीसी द्वारा निर्धारित न्यूनतम शैक्षणिक अर्हता पूर्ण नहीं करने/पद सृजित नहीं रहने के कारण सेवा अनुमोदन से हुए वंचित।

-वर्षों से रूके सेवा अनुमोदन मिलने के बाद शिक्षकों में खुशी, शिक्षकों ने माननीय कुलपति का जताया आभार।

#MNN@24X7 दरभंगा, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के माननीय कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह के आदेश पर दिनांक 04.03.2023 (शनिवार) को आरबी जालान बेला महाविद्यालय, दरभंगा में कार्यरत कुल 85 शिक्षकों में से 39 शिक्षकों के सेवा अनुमोदन की अधिसूचना कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद ने जारी की। विदित हो कि विश्वविद्यालय की ओर से गठित चयन समिति एवं आरबी जालान बेला महाविद्यालय के शासी निकाय द्वारा उपलब्ध कराए गए कुल 85 अनुशंसित शिक्षकों की सूची में से सम्यक जांचोपरांत स्वीकृत पद पर कार्यरत कुल 39 शिक्षकों की सेवा अनुमोदन कर विश्वविद्यालय द्वारा अधिसूचना जारी की गई है।

साथ ही विश्वविद्यालय की ओर से गठित चयन समिति एवं आरबी जालान बेला महाविद्यालय के शासी निकाय द्वारा उपलब्ध कराई गई सूची में इस बात का उल्लेख किया गया है कि महाविद्यलाय में कार्यरत शेष 46 शिक्षक यूजीसी द्वारा निर्धारित न्यूनतम शैक्षणिक अर्हता पूरा नहीं करते हैं। साथ ही इस सभी 46 शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया के समय पद का सृजन नहीं हुआ था। इस कारण इन शिक्षकों का सेवा अनुमोदन नहीं किया जा सका।

वर्षों से रूके सेवा अनुमोदन मिलने के बाद आरबी जालान बेला महाविद्यालय के शिक्षकों में काफी खुशी है। सेवा अनुमोदन मिलने पर शिक्षकों ने माननीय कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह, प्रति-कुलपति प्रो. डॉली सिन्हा, कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद के साथ विश्वविद्यालय के अन्य पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया। शिक्षकों ने कहा कि लंबे समय से सेवा अनुमोदन की मांग हम सभी शिक्षक कर रहे थे। केवल आश्वासन मिल रहा था। लेकिन, वर्तमान माननीय कुलपति और कुलसचिव के कारण हमलोगों को सेवा अनुमोदन मिला है।