राष्ट्रीय सम्मेलन में सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक ने किया सम्मानित

#MNN@24X7 दरभंगा। दिल्ली के डॉ0 अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर के सभागार में स्वच्छता विषय पर सुलभ इंटरनेशनल स्कूल ऑफ एक्शन सोसायटी एन्ड सोशियोलॉजी ऑफ सेनिटेशन द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ शशिनाथ झा ने कहा कि स्वच्छता हमारी सभ्यता का प्रतीक है। संस्कृत साहित्य में स्वच्छता विषय पर ढेरों सामग्री विद्यमान है जिसे आत्मसात कर समाज को एवं देश को और स्वच्छ व निर्मल किया जा सकता है।

इस मौके पर सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक पद्मश्री डॉ विंदेश्वर पाठक द्वारा सम्मानित किए जाने के बाद कुलपति डॉ झा ने समझाया कि स्वच्छता में हमारी संस्कृति बसती है। इसके बिना हमारे कोई भी सामाजिक उपक्रम पूरा नहीं होता है। जरूरत है सिर्फ इसके प्रति जागरूक व सचेष्ट रहने की।

उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि सम्मेलन के मुख्य अतिथि थे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद औऱ कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे पूर्व मुख्य न्यायाधीश तीरथ सिंह ठाकुर। विशिष्ट अतिथियों में मेघालय के पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद भी उपस्थित थे। इस आयोजन में देश के करीब दो दर्जन के अधिक कुलपतियों ने सोशियोलॉजी ऑफ सेनिटेशन विषय पर अपने विचार रखे।

इस जगह उल्लेख कर देना जरूरी है कि संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने में डॉ0 पाठक की गहरी रुचि है। उन्होंने संस्कृत के छात्रों के बीच सुलभ इंटरनेशनल नाम से छात्रवृत्ति देने के लिए विश्वविद्यालय को करीब 22 लाख रुपये दान दिए हैं।