बेटी बचाओ का नारा देने वाली सरकार में बेटी के रेपिस्ट-हत्यारे को गिरफ्तार करने के लिए करना पड़ता है अनशन- धीरेन्द्र झा।

एसपी के समक्ष जारी अनशन के 6ठे दिन सभी 8 अनशनकारियों की हालत बिगड़ी, चढ़ाया जा रहा सलाईन।

अनशनकारियों की अनदेखी के खिलाफ विभिन्न संगठनों के बैनर तले तेज होगा आंदोलन- उमेश कुमार।

#MNN@24X7 समस्तीपुर, 1 अप्रैल, स्वाति-बतही देवी हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने, शराब माफियाओं एवं गुडों के संरक्षक उजियारपुर के भ्रष्ट थानाध्यक्ष को बर्खास्त करने समेत अन्य मांगों को लेकर एसपी के समक्ष गंगा पासवान, स्वाति की मां फूलनदेवी, बिरजू साह, सुधांशु प्रियदर्शी, श्याम कुमार, मो० सकुर, रीता देवी, रामसेवक राय ऊर्फ लाल बाबा कुल 8 माले कार्यकर्ताओं के आमरण अनशन के 6ठे दिन शनिवार को अनशनकारियों की बिगड़ती स्थिति से आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने महिला संगठन ऐपवा के बैनर तले आक्रोश मार्च निकालकर एसपी- डीएम के समक्ष समाहरणालय पर प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं द्वारा मांगों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी कर समाहरणालय के मुख्य द्वार को जाम किया गया.

मौके पर सभा का आयोजन किया गया. सभा की अध्यक्षता ऐपवा जिला अध्यक्ष बंदना सिंह ने किया. संचालन जिला सचिव मनीषा कुमारी ने किया. प्रमिला राय, नीलम देवी, जरीना खातुन, शोभा देवी, अनीता देवी, विभा देवी, शांति देवी, गुड़िया देवी, माले जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार आदि ने सभा को संबोधित करते हुए स्वाति एवं बतही देवी के ब्लातकारी- हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग की.

सभा को बतौर मुख्य वक्ता भाकपा माले पोलिट ब्यूरो सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी का० धीरेन्द्र झा ने संबोधित करते हुए कहा कि स्वाति हत्याकांड में भाजपा के नेता संलिप्त है. चर्चा है स्थानीय सांसद के संरक्षण के किरण पुलिस स्वाति हत्याकांड को रफा- दफा करने में लगी हुई है. उन्हें सबूत के तौर पर बताया की स्वाति का मृत शरीर जिस छप्पड़ से लटकाया गया, उसकी उंचाई बहुत कम है. ऐसे कोई आत्महत्या कैसे करेगा. जब स्वाति आत्महत्या की तो उसके शरीर पर मिट्टी एवं कपड़े पर सीमेन की छींटा कैसे पड़ी थी, मुंह में उसका अंडर गारमेंट कैसे ठूसा हुआ था. फिर पुलिस पोस्टमार्टम में शव लाई तो पंचनामा क्यों नहीं किया गया. केस उठाने को स्वाति की मां फूलनदेवी को धमकी क्यों दिया जा रहा है. इन संदेहों का ठोस आधार है कि स्वाति आत्महत्या नहीं की बल्कि उसकी रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई. चुकी हत्यारे को भाजपा का संरक्षण प्राप्त है इसलिए पुलिस हत्यारे को गिरफ्तार करने से पीछे हट रही है. यह बेटी बचाओ की भाजपा सरकार में बेटियों के साथ अन्याय है. भाकपा माले न्याय मिलने तक संघर्ष जारी रखेगी.

उन्होंने कहा कि अगर अनशन जारी रहा तो माले विधायक भी इसमें शरीक होंगे साथ ही अनशन के समर्थन में मां, बहन, बेटियों को न्याय को लेकर भाकपा माले मिथिलांचल बंद कराएगी एवं इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने से लेकर राजधानी पटना में भी आंदोलन किया जाएगा. अनशन के समर्थन में रविवार को आइसा- इनौस द्वारा प्रतिरोध मार्च निकाला जाएगा.