386 सतही सिंचाई एवं जल संचयन योजनाओं का हुआ शिलान्यास।

मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन एवं शिलान्यास।

#MNN@24X7 दरभंगा, 06 अप्रैल, लघु जल संसाधन विभाग,बिहार सरकार के अन्तर्गत 715 करोड़ रुपये की लागत से 242 सतही सिंचाई एवं जल संचयन योजनाओं का उद्घाटन एवं 386 सतही सिंचाई एवं जल संचयन योजनाओं का शिलान्यास माननीय मुख्यमंत्री, बिहार श्री नीतीश कुमार के कर-कमलों से किया गया।
 
इन योजनाओं की सिंचाई क्षमता 90 हजार 718 हेक्टेयर एवं जल संचयन क्षमता 485 लाख घन मीटर है। इस प्रकार कुल – 628 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया। जिनमें 320 करोड़ रूपये की 242 योजनाओं का उद्घाटन एवं 395 करोड़ रूपये की 386 योजनाओं का शिलान्यास किया गया।
  
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए माननीय मुख्यमंत्री ने जल-जीवन-हरियाली अभियान प्रारंभ करने के कारणों से अवगत कराते हुए कहा कि वर्ष 2019 के भीषण गर्मी व जल संकट को देखते हुए विधान मंडल में 08 घंटे तक विचार-विमर्श के उपरान्त इस अभियान की शुरुआत की गई और योजना का नामांकरण जल-जीवन-हरियाली किया गया, यानि जल और हरियाली होगा, तब ही जीवन होगा।
 
उन्होंने कहा कि इस अभियान के अन्तर्गत 11 अवयवों पर कार्य किये जा रहे हैं, जिनमें जल स्रोतों को अतिक्रमण मुक्त करना, नए जल स्रोतों का निर्माण करवाना, उनका जीर्णोद्धार कराना, चापाकल एवं कुँआ के समीप सोख्ता का निर्माण कराना, छत वर्षा जल संचयन, वृक्षारोपण करवाना, सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना, आहर, पईन का पुनः नेटवर्क स्थापित करना और फसल चक्र, टपकन सिंचाई, जैविक खेती सभी को शामिल किया गया है।
   
उन्होंने कहा कि इस अभियान के समर्थन में बिहार के 05 करोड़ लोगों ने 19 जनवरी 2020 को मानव श्रृखला बनाया था, जो एक रिकॉर्ड है। जब बिहार से झारखण्ड अलग हुआ था, तो उस समय बिहार का वन आवरण मात्र 09 प्रतिशत था, जो बढ़कर अब 15 प्रतिशत हो गया है। पूर्व में 2019 तक 22 करोड़ पौधे लगवाये गये, इस अभियान के उपरान्त विगत 4 वर्षों में 10 करोड़ 72 लाख पौधे लगवाये गये। 2025 तक हर खेत को पानी पहुँच जाए, इस पर काम हो रहा है।
 
उन्होंने अभियंताओं को निर्देश दिया कि जल-जीवन- हरियाली अभियान के अंतर्गत जिन योजनाओं पर कार्य किया गया है, उनका मेंटेनेंस जरूर किया जाए। उन्होंने कहा कि अभी भी कहीं कहीं से पराली जलाने की शिकायत मिल रही है। लोगों को समझाया जाए, इससे खेत बर्बाद हो रहा है।
 
उन्होंने सभी जिलाधिकारी को कहा कि इस वर्ष विशेषज्ञों के पुर्वानुमान के अनुसार भीषण गर्मी को लेकर सावधान रहने की जरूरत है।
   
कार्यक्रम में माननीय विशिष्ट अतिथि-सह-उप मुख्यमंत्री, बिहार श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बिहार में कई क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किये गये हैं, जिनमें बिहार ने मील का पत्थर स्थापित किया है। जल- जीवन- हरियाली अभियान के अंतर्गत भी उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं जो देश और दुनिया के लिए मील का पत्थर सिद्ध होगा।
   
उन्होंने कहा कि हर खेत तक सिंचाई की व्यवस्था समय पर हासिल कर लिया जाएगा। इन योजनाओं से लोगों को खेती करने में काफी मदद मिलेगी तथा भू-जल स्तर भी बना रहेगा।
  
लघु जल संसाधन विभाग के माननीय मंत्री श्री जयन्त राज ने माननीय मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए बताया कि विभाग द्वारा इन सभी योजनाओं का क्रियान्वयन तेजी से किया जा रहा है।
   
कार्यक्रम के संदर्भ में लघु जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री रवि मनू भाई परमार ने इन योजनाओं के संबंध में विस्तृत रूप से बताया।
   
इसके पूर्व जल-जीवन-हरियाली पर आधारित लघु वृत्तचित्र का प्रदर्शन किया गया। जिसमें बताया गया कि सतही जल से सिंचाई की सुविधा में बढ़ोत्तरी हुई है, जिससे किसानों में खुशहाली आयी है और जल संचयन क्षमता में वृद्धि होने से जल संकट की समस्या कम हो गयी है।
     
कार्यक्रम में ग्रामीण विकास विभाग के माननीय मंत्री श्री श्रवण कुमार ऑनलाईन जुड़े हुए थे,      
    
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के माननीय  मंत्री मो. जमा खाँ, माननीय मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री आमिर सुबाहनी, मा0 मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, माननीय मुख्यमंत्री के सचिव-सह-सचिव, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग श्री अनुपम कुमार, माननीय मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी डॉ. गोपाल सिंह, लघु जल संसाधन विभाग के सचिव श्री विनोद सिंह गुंजयाल, अपर सचिव श्रीमती शैलजा शर्मा उपस्थित थीं, तथा सभी जिले के जिलाधिकारी एवं संबंधित विभाग के पदाधिकारी ऑनलाईन उपस्थित थे।
 
दरभंगा एन.आई.सी. से जिलाधिकारी श्री राजीव रौशन, नगर आयुक्त-सह-प्रभारी उप विकास आयुक्त कुमार गौरव, अपर समाहर्त्ता-सह-अपर जिला दण्डाधिकारी राजेश झा ‘‘राजा’’, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, लघु जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता एवं संबंधित विभाग के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।