#MNN@24X7 कृषि विज्ञान केंद्र, जाले, द्वारा पूसा केंद्रीय विश्वविद्यालय से आए हुए छात्र छात्राओं को जोगियारा गांव में जीविका समूह के सदस्यों के साथ परिचर्चा किया। छात्र छात्राओं के ग्रुप का संचालन कृषि विज्ञान केंद्र के गृह वैज्ञानिक पूजा कुमारी ने किया। इस कार्यक्रम में जीविका समूह के कम्युनिटी कोऑर्डिनेटर विकास कुमार तथा कम्युनिटी मोबिलाइजर पिंकी देवी ने छात्र छात्राओं को जीविका के कार्य तथा समूह संगठन के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि जीविका बिहार में वर्ल्ड बैंक तथा बिहार सरकार द्वारा चलाया जा रहा परियोजना है जिसमें ग्रामीण तथा पिछड़ी महिलाओं में बचत की धारणा को विकसित कर आर्थिक रूप से सशक्त करना है । जीविका’ बिहार के ग्रामीण इलाक़ों में उन महिलाओं के लिए काफ़ी मददगार है जिनके पास आय का कोई साधन नहीं है।

यह योजना बिहार के सभी 38 ज़िलों के सभी 534 ब्लॉक में चल रही है ।जीविका के तहत सबसे पहले ग़रीब महिलाओं को चुना जाता है, जिनके पास आय का कोई साधन नहीं होता है। ऐसी 10 से 12 महिलाओं का एक स्वयं सहायता समूह बनाया जाता है, ताकि वे विकास से जुड़ सके । हर ग्रुप का एक बैंक खाता खुलवाया जाता है और हर महिला को हफ़्ते में 10 रुपये बचाकर बैंक में जमा कराना होता है ताकि उनमें पैसे बचाने की आदत डाली जा सके। स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इससे कर्ज़ लेकर कोई भी काम शुरू कर सकती हैं. या किसी भी ज़रूरत के लिए यहां से लोन ले सकती हैंIये समूह आपसी बचत तथा लेनदेन के ऊपर कार्य करती है ।

इसके बाद छात्र छात्राओं ने ग्रामीणों के सहयोग से सहभागी ग्रामीण मूल्यांकन (पी आर ए) के अंतर्गत जोगीयारा गांव का सामाजिक चित्रांकन किया। जिसमें गांव के मंदिरों स्कूलों पोस्ट ऑफिस हॉस्पिटल तालाब तथा कृषि वाली जमीनों को दर्शाया गया।सहभागी ग्रामीण मूल्यांकन विकास का एक नागरिक-केंद्रित तरीका है, जिसका उद्देश्य मुद्दों की पहचान करने, समाधानों को लागू करने और मूल्यांकन की निगरानी करने की प्रक्रियाओं में स्थानीय निवासियों को शामिल करके समुदायों को सशक्त बनाना है।

इस कार्यक्रम के दौरान वरीय शोध सहायक अभिषेक रंजन, गांव के वार्ड मेंबर श्री राघवेन्द्र जी सतेन्दु जी जीविका सीएम पिंकी देवी तथा अन्य सदस्य सुनैना देवी प्रमिला देवी आरती देवी उपस्थित थे।