स्वास्थ्य सर्वेक्षण टीम में शामिल स्वयंसेवक अपने कार्य, व्यवहार, अनुशासन एवं दक्षता से करेंगे विश्वविद्यालय का नाम रोशन।
#MNN@24X7 दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के एनएसएस कोषांग द्वारा गोद लिए गए केवटी प्रखंड के ननौरा गांव में टीबी उन्मूलन के उद्देश्य से चलाए जा रहे स्वास्थ्य सर्वेक्षण का कुलपति प्रोफेसर एस पी सिंह द्वारा किए गए उद्घाटन कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव प्रथम डा कैलाश पासवान, पेंशन पदाधिकारी डा सुरेश पासवान, उप परीक्षा नियंत्रक द्वितीय डा मनोज कुमार, केवटी प्रखंड के उप प्रमुख धर्मशीला देवी, जिला परिषद् सदस्य शशि रानी, निर्भय कुमार, मारवाड़ी कॉलेज के एनएसएस पदाधिकारी डा सुनीता कुमारी, एमआरएम कॉलेज की एनएसएस पदाधिकारी डा सगुफ्ता खानम, आर बी जलन कॉलेज के एनएसएस पदाधिकारी शिवनारायण यादव, महात्मा गांधी कॉलेज के एनएसएस पदाधिकारी अविनाश कुमार तथा सी एम कॉलेज के एनएसएस पदाधिकारी अखिलेश कुमार राठौर, सैयद मो जमाल अशरफ, प्रणव कुमार, संजय कुमार, राजकुमार, राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, ननौरा के प्रधानाध्यापक मोहन दास, शिक्षिका- नूतन कुमारी, संगीता कुमारी, बंदिता कुमारी, शबाहत परवीन, उषा कुमारी, जुली कुमारी, मो आफताब अहमद, मो मंजर आलम तथा शिवांगी, केवटी स्वास्थ्य केन्द्र के वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक राम कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक दिनेश आनंद, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक प्रमोद कुमार, आशा प्रबंधक सुष्मिता राज एवं ब्लॉक कोऑर्डिनेटर सरिता कुमारी, राम नारायण पंडित सहित 5 महाविद्यालयों के 30 से अधिक स्वयंसेवक- स्वयंसेविकाएं सहित काफी संख्या में गांव के आमलोग उपस्थित थे।
इस अवसर पर उद्घाटन सत्र के उपरांत स्वास्थ्य सर्वेक्षण टीम में शामिल 30 से अधिक स्वयंसेवक एवं स्वयंसेविकाओं का ओरिएंटेशन कार्यक्रम एनएसएस समन्वयक डा विनोद बैठा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया, जिसमें सर्वे में शामिल 5 महाविद्यालयों के एनएसएस पदाधिकारी भी शामिल हुए।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के पूर्व एनएसएस समन्वयक डा आर एन चौरसिया ने कहा कि टीम में शामिल सभी छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय के निर्देशों का पूर्णतः पालन करते हुए अपने कार्य, व्यवहार, अनुशासन एवं दक्षता से विश्वविद्यालय का नाम रोशन करेंगे।
उन्होंने कहा कि कुलपति प्रोफेसर एस पी सिंह ने विश्वविद्यालय को समाज से जोड़ने का जो निर्देश दिया है, उसमें सभी निर्देशों का पालन करते हुए ग्रामीणों के बीच विश्वविद्यालय की बेहतर छवि को सिद्ध करेंगे। उन्होंने स्वयंसेवकों द्वारा बढ़ते जाने वाली सावधानियों के विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि कोई भी स्वयंसेवक ग्रामीणों से किसी भी मुद्दे पर न ही उलझेंगे और न ही गुस्सा करेंगे, बल्कि पूरी सावधानी, आत्मीयता एवं संवेदनशीलता से चार दिवसीय सर्वे के कार्य को पूरा करेंगे।
एनएसएस समन्वयक डा विनोद बैठा ने विश्वविद्यालय द्वारा तैयार स्वास्थ्य सर्वेक्षण फॉर्म को अच्छे से भरे जाने की जानकारी देते हुए सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों से भी पूर्ण सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण के उपरांत एक रिपोर्ट तैयार कर विश्वविद्यालय प्रशासन एवं जिला स्वास्थ्य विभाग को दिया जाएगा।
इस कार्य को बेहतरीन ढंग से संपादित करने वाले सभी स्वयंसेवकों को कुलपति महोदय द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा।
इस अवसर पर स्वयंसेवकों द्वारा कई प्रश्न पूछे गए, जिनका समुचित उत्तर वक्ता द्वय ने दिया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में एनएसएस पदाधिकारी डा सुनीता कुमारी, डा सगुप्ता खानम, अविनाश कुमार तथा शिवनारायण यादव के साथ ही मारवाड़ी कॉलेज, एमआरएम कॉलेज, महात्मा गांधी कॉलेज, आर बी जलन कॉलेज व सी एम साइंस कॉलेज आदि के 30 से अधिक स्वयंसेवकों ने भाग लिया।
इस अवसर पर अतिथियों को प्रदान किया गया दो दर्जन से अधिक पौधों को विद्यालय परिसर में लगाया गया। संचालन शिवनारायण यादव ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन अविनाश कुमार ने किया।