120 दिनों तक आशा कार्यकर्ता व फैसिलिटेटर घर- घर जाकर करेगी जांच

टीबीडीसी में आशा फैसिलिटेटर व कार्यकर्ता को दिया गया प्रशिक्षण

डेंगू एवं चिकनगुनिया के नियंत्रण को चलाया जा रहा है जांच अभियान

#MNN@24X7 दरभंगा. डेंगू एवं चिकनगुनिया की प्रभावी रोकथाम के लिए जिला में 120 दिनों तक एडीज मच्छर के लार्वा की जांच होगी. 120 कार्य दिवस के रूप में इसके जांच के लिये अभियान चलाया जाएगा. इस संबंध में टीबीडीसी सभागार में बुधवार को आशा कार्यकर्ता एवं फैसिलेटर को जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ जेपी महतो की अध्यक्षता में कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें डेंगू के लक्ष्ण, उपचार एवं सावधानियां की विस्तृत जानकारी दी गयी.

बताया गया कि डेंगू और चिकनगुनिया बीमारी को रोकने के लिए आशा फेसिलिटेटर व कार्यकर्ता घर- घर जाकर एडीज मच्छर के प्रजनन स्थल से लार्वा की खोज कराकर उसे खत्म करेगी. इस अभियान को सफतापूर्वक कार्यान्वयन की जिम्मेदारी उन्हें दी गयी है. जांच अभियान के दौरान ब्रीडिंग साइट या लार्वा पाये जाने की स्थिति में उन जगहों को चिहिन्त कर रोग निरोधक कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी. मौके पर भीवीडीएस सुजीत कुमार, भीवीडी सलाहकार बबन प्रसाद, एसीएमओ डॉएसएस झा आदि मौजूद थे.

आशा कार्यकर्ता एवं फेसिलिटेटर लार्वा जांच के लिए करेंगी घरों का दौरा

डीएमओ डॉ जेपी महतो ने बताया कि डेंगू व चिकनगुनिया रोग के प्रसार की अधिकता एवं आवश्यकता को देखते हुए विभाग ने यह निर्णय लिया है. बताया कि इस दौरान एडीज मच्छर के ट्रांसमिशन सीजन में आवंटित कार्य दिवस के अनुसार आशा कार्यकर्ता व आशा फेसिलिटेटर लार्वा की जांच करने के लिए घर- घर जाएंगी.

वहां जाकर घरों में पानी जमा है या नहीं, अगर पानी जमा है तो उसमें लार्वा की जांच करेंगी. उसके बाद लोगों को अपने घरों में पानी जमा न करने व अगर घर में कहीं पानी जमा है तो उसे हटाने के बारे में बताएंगी. साथ ही लोगों को साफ-सफाई की जानकारी दी जायगी, ताकि मच्छरों के पनपने की स्थिति से बचा जा सके. बताया कि डेंगू के मरीज पाये जाने पर एक सौ मीटर के रेंज में दवा का छिड़काव किया जायेगा.

डेंगू के लक्षण व बचाव के तरीके

ठहरे हुए पानी में अक्सर डेंगू के मच्छर पनपते हैं, इसलिए पानी का सही तरह से प्रबंधन करना बेहद जरूरी है. घर में मौजूद खाली बाल्टियों को पलट दें ताकि उनमें पानी इकट्ठा ना हो सके. पानी के भंडारण के लिए उपयोग की जाने वाली बाल्टिया. और ड्रमों को ढक कर रखें. डेंगू की बीमारी होने पर व्यक्ति को सिरदर्द, हड्डी व जोड़ों में दर्द, जी मचलाना, उल्टी आना, त्वचा पर लाल चकत्ते होना जैसे लक्षण नजर आते हैं. ऐसा होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिये. किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिये.