#MNN@24X7 जमशेदपुर।झारखंड के औद्योगिक शहर जमशेदपुर के टेल्को के सबुज कल्याण संघ दुर्गा पूजा पंडाल के बाहर सोमवार दिनदहाड़े मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने 42 वर्षीय रंजीत सिंह उर्फ रंजीत सरदार की गोली मारकर हत्या कर दी। रंजीत सिंह एक गैंगस्टर था और अमरनाथ सिंह गिरोह के सदस्य था।

गैंगस्टर रंजीत सिंह की हत्या से दुर्गा पूजा में शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। पूजा स्थल के बाहर सर्वाधिक भीड़ वाले स्थान पर रंजीत सिंह की हत्या की गई। वारदात के समय मौके पर ढाई सौ से अधिक लोग मौजूद थे, जो दुर्गा प्रतिमा के दर्शन करने और मेला घूमने आए थे। वहां 50 से अधिक दुकानें लगी हैं।

सभी ने बदमाशों को ताबड़तोड़ गोली चलाते देखा, लेकिन दहशत से कोई पुलिस के सामने आने को तैयार नहीं है। पूजा स्थल और उसके आसपास के इलाके में कमेटी की ओर से 16 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा स्थानीय थाना की ओर से पूजा स्थल पर आधा दर्जन पुलिसकर्मियों की तैनाती भीड़ और विधि-व्यवस्था नियंत्रण के लिए की गई है। इसके बाद भी गोलीबारी और हत्या होना सुरक्षा में बड़ी चूक है।

बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली चलाईं। अगर जरा सी भी चूक होती तो गोली भीड़ में श्रद्धालुओं को भी लग सकती थी। पांच गोली चलाने में बदमाशों को एक मिनट से ज्यादा समय लगा और पुलिस भी वहां तैनात थी,लेकिन गोली की आवाज सुनकर पुलिसवाले दुबक गए।हत्या के बाद जब अपराधी फरार हो गए तो पुलिस आई।रंजीत की जहां हत्या हुई है वह इलाका कैमरे के रेंज से बाहर था, इस कारण बदमाश कैमरे में कैद नहीं हो पाए। बदमाशों को पता था कि घटनास्थल कैमरे के दायरे में नहीं है। इस कारण पुलिस बदमाशों के भागने वाले रास्ते में लगे कैमरे का फुटेज खंगाल रही है, ताकि सुराग मिल सके।

मां दुर्गा का दर्शन कर बेटी के साथ घर लौट रहा था रंजीत।

बेटी के साथ सबुज कल्याण संघ आए रंजीत सिंह ने मां दुर्गा का दर्शन कर लिया था। इसके बाद हाथ में चाबी लेकर अपनी कार की ओर जा रहा था और इसी दौरान बदमाशों ने उसे निशाना बनाया। रंजीत सिंह की बेटी घटना की चश्मदीद गवाह है। बेटी के सामने ही बदमाशों ने पिता को गोलियों से भून डाला।दो तरफ से गोली चलते देख बेटी भी घबरा गई। वह जान की परवाह किए बगैर पिता की ओर दौड़ी, लेकिन तब तक बदमाश अपना काम कर चुके थे। रंजीत खून से लथपथ होकर गिर पड़ा था।

ऑटोमेटिक पिस्टल से मारी गई गोली।

हत्या में शामिल सारे बदमाश प्रोफेशनल थे। पुलिस ने मौके से पांच खोखा भी बरामद किया है, जो ऑटोमेटिक पिस्टल से निकली गोली का बताया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, बदमाशों ने रंजीत के सिर, चेहरे और आंख के पास ही सारी गोलियां मारी, ताकि किसी भी सूरत में वह बच नहीं पाए।

आधे घंटे की रेकी में बदमाशों ने रची हत्या की साजिश

चश्मदीद के मुताबिक वारदात में दो बाइक पर सवार चार बदमाश शामिल थे। दो बदमाश के हाथ में हथियार होने की बात लोग बता रहे हैं। रंजीत सिंह घर से दोपहर में निकलकर टेल्को सबुज कल्याण संघ पहुंचा था। इसके बाद पौने तीन बजे हत्या हुई। पुलिस और परिजनों के मुताबिक मात्रा आधे घंटे की रेकी में रंजीत की हत्या की गई।

दो ड्रॉप गेट, वाहनों की अनुमति नहीं, फिर कैसे पहुंचे बदमाश।

भीड़ नियंत्रण के लिए मुख्य सड़क और पूजा स्थल के बाहर दो-दो ड्रॉप गेट बनाए गए हैं। मुख्य सड़क वाले गेट पर एक जमादार और आधा दर्जन एनसीसी कैडेट को लगाया गया है। इसके अलावा पूजा स्थल के बाहर दरवाजे पर कमेटी के प्राइवेट गार्ड तैनात हैं। पूजा स्थल कैंपस में भी पुलिसकर्मियों की तैनाती है। ड्रॉप गेट लगे रहने के कारण किसी भी वाहन को मेले में आने की अनुमति नहीं है। गेट के बाहर बनी पार्किंग में गाड़ियां लगाई जाती हैं। इसके बाद भी बदमाश दो अलग-अलग बाइक से वहां कैसे पहुंचे और भागने के समय किसी पुलिसवाले ने उन्हें रोका क्यों नहीं।

घटनास्थल को किया सील।

हत्या के बाद टेल्को पुलिस ने घटनास्थल को रस्सी से घेर दिया गया है और वहां पुलिस की भी तैनाती कर दी है। वहां लगी दुकानों को हटा दिया गया है। घटनास्थल की जांच के लिए एफएसएल टीम को बुलाया गया है। जो खून लगी मिट्टी की जांच करेगी। एफएसएल की जांच रिपोर्ट केस डायरी का हिस्सा होगा।

पुलिस अधीक्षक (शहर) के विजय शंकर ने बताया कि पीड़ित रंजीत सिंह करीब 15 दिन पहले ही जेल से बाहर आया था। रंजीत सिंह टेल्को इलाके में पंडाल में था और उसकी 12 साल की बेटी पास में एक कार के अंदर बैठी थी, तभी दो मोटरसाइकिलों पर कुछ नकाबपोश लोग उसके पास आए, उसके पिता के बारे में पूछताछ और उसे बाहर निकालने की कोशिश की। जैसे ही उसने शोर मचाया, रंजीत सिंह कार के पास पहुंचा उन लोगों ने उस पर फायरिंग कर दी।घायल हालत में उसे टाटा मेन अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके शरीर पर गोली लगने के तीन निशान मिले हैं। हमले में उसकी बेटी बाल-बाल बच गई।

एसपी ने कहा कि पूजा पंडाल में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था, लेकिन पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले ही बंदूकधारी अपनी बाइक पर सवार होकर फरार हो गए। हम इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।

(सौ स्वराज सवेरा)