#MNN@24X7 दरभंगा-13 अप्रैल, आज भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी सीपीआई जिला कार्यालय में पार्टी के पूर्व राज्य पार्षद सदस्य कामरेड शत्रुघ्न झा की अध्यक्षता में पार्टी के पूर्व राज्य पार्षद सदस्य, लगभग 50 वर्षों तक जिला केंद्र में पूरावक्ती नेता के रूप में गरीब-मजदूर, छात्र-नौजवानों के हक-हकूक के लिऐ अपना सर्वस्व जीवन न्योछावर करने वाले नेता कामरेड विमल कांत चौधरी के प्रथम पुण्यतिथि पर संकल्प सभा का आयोजन किया गया।

जिसमें पार्टी के जिलामंत्री नारायण जी झा ने कहा कि कामरेड विमल कांत चौधरी जी पार्टी को पूरे मिथिलांचल में सीचने का कार्य किये। उनके नेतृत्व में कई बड़े जन आंदोलन हुए कई मोहल्ला और बस्तियों उन्होंने बसाने का कार्य किया। भूमिहीनों को जमीन का पट्टा दिला कर उन्हें सम्मान पूर्वक जीवन जीने का अधिकार दिलवाने का भी संघर्ष उन्होंने अंतिम समय तक करते रहे। उनके जाने से पार्टी को बहुत बड़ी क्षति हुई है। जिसे निकट भविष्य में भरपाई कर पाना काफी मुश्किल है। कॉमेरेड विमल कांत चौधरी जी नेक दिल इंसान के साथ-साथ बेहतर सूझ-बूझ और पढ़े लिखे नेता व वक्ता थे। उन्होंने डीएमसीएच जैसे अस्पतालों में 24-24 घंटा खड़ा होकर मिथिलांचल के निचले पयदानो के लोगों को मुफ्त में स्वास्थ्य लाभ मुहैया कराने में मदद करते थे। उनके नेतृत्व में कई पार्टी के विधायक और सांसद ने चुनाव जीता था।

वहीं सभा को संबोधित करते हुए पार्टी के सहायक जिला मंत्री व मुखिया संघ के जिला अध्यक्ष राजीव कुमार चौधरी ने कहा कि आज उनके संकल्प सभा के अवसर पर हम लोग उनके अधूरे सपनों को पूरा करने का संकल्प लेंगे। उनके पूरे जीवन से आम लोगों को सीखने की जरूरत है। उनका मानना था कि अपने लिए तो सभी जीते है मगर समाज के जीने वाले लोग विरले ही होते है। संकल्प सभा को संबोधित करते हुए जिला कार्यकारिणी के सदस्य अहमद अली तमन्ने ने कहा कि वे पार्टी के बेहतर नेता तो थे ही साथ ही बेहतर अभिभावक के रूप में भी हम नौजवानों को समय समय पर दिशा-निर्देश देते रहते थे। हमलोग उनके प्रेरणा से समाज के लिए कार्य कर रहे है।

सभा को सीपीआई नेता विश्वनाथ मिश्र, सुधीर कुमार राय, राम उद्गार साह, रामबाबू सिंह, एआईवाईएफ के प्रदेश उपाध्यक्ष राजू मिश्रा, एआईएसएफ के जिला सचिव शरद कुमार सिंह, हर्षवर्धन सिंह, पंसस प्रतिनिधि रोहित चौधरी, चुल्हाई दास, गौतमकात चौधरी, बिहार चौधरी, गुड्डू यादव, शंकर यादव, निशांत ठाकुर, रौशन कुमार, प्रभाकर सिंह, प्रशनजीत प्रभाकर आदि ने संबोधित किया।