◆दिल्ली में नीतीश कुमार से क्या हुई थी बात? प्रशांत किशोर ने किया खुलासा।
#MNN@24X7 गोपालगंज। जन सुराज पदयात्रा के 118वें दिन शुक्रवार को गोपालगंज के पंचदेवरी प्रखंड अंतर्गत खलगांव पंचायत में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने महागठबंधन को लेकर एक खुलासा किया. उन्होंने कहा कि मार्च 2022 में ही दिल्ली में नीतीश कुमार ने मुझे बताया था कि महागठबंधन बनाने जा रहे हैं और शामिल होने के लिए आग्रह भी किया था. उनका मानना था कि यदि वे बीजेपी के साथ रहते हैं तो 2024 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद सबसे पहले बीजेपी उन्हें हटा देगी. वहीं, उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार इसलिए तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने की बात कह रहे हैं ताकि 2025 के बाद बिहार में खराब शासन व्यवस्था बने और बिहार की जनता ही कहे कि इससे बढ़िया तो नीतीश कुमार ही थे.
नीतीश कुमार महागठबंधन में क्यो हुए शामिल।
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार 2025 में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर सुरक्षित रहने के लिए महागठबंधन के साथ चले गए. नीतीश कुमार का जनता के प्रति गुस्सा है कि उन्होंने इतना काम किया और इसके बावजूद जनता ने उन्हें सिर्फ 43 सीटें दी. नीतीश कुमार इसलिए चाहते हैं कि लालू यादव का जंगलराज फिर से बिहार में लौट आए और जनता नीतीश कुमार को फिर इसी बहाने याद करे.
‘नीतीश और लालू तो साथ में बैठकर बात भी नहीं कर सकते’।
आगे चुनावी रणनीतिकार ने कहा कि जो महागठबंधन 2015 में हमने बनवाया था तो मैं जानता हूं कि उसे बनाने और चलाने में क्या-क्या समस्याएं और परेशानियां हैं. 2015 में तीन दलों का महागठबंधन था. आज सात दलों का महागठबंधन है और कोई भी ऐसा आदमी नहीं है जो सात दलों के नेताओं को साथ बैठाकर बात कर सके. नीतीश कुमार में तो वह काबिलियत कभी रही ही नहीं है. पूरे महागठबंधन बनाने की प्रक्रिया में लालू- नीतीश कितनी बार मिले हैं? आप रिकॉर्ड देख लीजिए. नीतीश कुमार और लालू यादव तो साथ में बैठकर बात भी नहीं कर सकते हैं. ये लोग कैसे महागठबंधन चलाएंगे.