नफरती और हुडदंगियों को प्रेम-भाईचारा, शांति-सौहार्द का संदेश देता विवेक-विहार मुहल्ला की होली।

डम्फा-ढ़ोलक, झाल- मजीरा के थाप पर घर-घर जाकर होली गाते हैं लोग।

अंत में सौहार्दपूर्ण वातावरण में महिला-पुरूष का साथ होता है होली मिलन कार्यक्रम।

जसम, वरिष्ठ नागरिक मंच एवं विवेक-विहार मुहल्ला विकास समिति के संयुक्त नेतृत्व में होता है आयोजन।

#MNN@24X7 समस्तीपुर,26 मार्च, नफरती एवं हुडदंगियों को प्रेम-भाईचारा, शांति-सौहार्द का संदेश देता है शहर के विवेक-विहार मुहल्ला की चर्चित होली जहां दोपहर से रात्री तक परम्परागत होली गीत पर झूमते- झूमाते रहे लोग। “हो मिलन आये”, “गांधी तेजलन प्राण टूटली महलिया में जाईके”, “जागअ् मजदूर- किसान देशवा के जुल्मी से बचावअ्”, “बबूआ श्रवण कुमार मत जइयो पनिया भरण को”, “अखियां भईले लाल एक नींद सूते द बलमुआ”, “चुड़ियां लईह छोट ये राजा नरमी कलिईयां”, “गोरिया करके श्रृंगार अंगना में पीसे ला हरदिया”, “कान्हा करें बलजोरी” आदि एक से बढ़कर एक होली गीत के माध्यम से होली का विशेषता बताया गया।

सुबह से 12 बजे तक रंगोत्सव के बाद जसम, वरिष्ठ नागरिक मंच एवं विवेक-विहार मुहल्ला विकास समिति के संयुक्त नेतृत्व में होली मुहल्लावासी एकत्रित होकर अपने-अपने हाथों में डम्फा, ढ़ोलक, झाल-मजीरा लेकर करीब 2 सौ घर वाला मुहल्ला के दक्षिणी छोर से परम्परागत होली गायन का कार्यक्रम शुरू किया जो मुहल्ला के उत्तर, फिर पश्चिम एवं अंत में पूरब समस्तीपुर-मुसरीघरारी मुख्य सड़क के विवेक-विहार चौक पहुंचती है। टीम घर-घर पहुंचकर होली गीत के माध्यम से परिवार को सुख-समृद्धि, प्रेम-भाईचारा, शांति-सौहार्द का संदेश दिया गया। इस दौरान अपने-अपने दरवाजे पर गृहस्वामी पहले से गूलाल, लौंग-ईलायची, कटूक मसाला से सजे तश्तरी लेकर टीम के स्वागत में तैनात थे। जब टीम दरवाजे से प्रस्थान करने लगती है तो गृहस्वामी उनकी विदाई भी करते। अंत में मुहल्ले के पुरुष- महिला की टीम साथ होकर होली मिलन समारोह के बाद अगले साल पुनः मिलने के निमंत्रण के साथ कार्यक्रम समाप्त किया गया।

कार्यक्रम में सेवानिवृत्त बैंक कर्मी प्रवीण कुमार, विश्वनाथ राम, सेवानिवृत्त सैनिक रामबली सिंह, गंगेश कुमार, रामसकल सिंह निराला, सेवानिवृत्त शिक्षक सुरेंद्र नारायण राय, शिक्षक उमेश प्रसाद, सेवानिवृत्त रेलकर्मी पवन कुमार महतो, शिक्षक अरूण कुमार, शिक्षक उमेश प्रसाद, शिक्षक जीतेंद्र कुमार, बालेश्वर सिंह, गणेश महतो, चिकित्सा कर्मी सुदर्शन पाठक, राजमणी सिंह, विष्णुदेव प्रसाद सिंह, कुंदन कुमार, लालमणी सिंह, सोनू कुमार, अदालतकर्मी रवि कुमार दूबे, ई० प्रवीण कुमार ईo विजय सिन्हा, प्रो० शशि भूषण कुमार शशि, अधिवक्ता महेंद्र राय, राजेंद्र महतो, भागवत सदा समेत अन्य दर्जनों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

मौके पर जसम एवं भाकपा माले से जुड़े सुरेंद्र प्रसाद सिंह बताते हैं कि विवेक-विहार मुहल्ला का यह ऐतिहासिक चर्चित परम्परागत होली नफरती एवं हुडदंगियों के बीच प्रेम-भाईचारा, शांति- सौहार्द का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि सिर्फ घर में बंद रहकर हरेक पर्व-त्योहार को हुडदंगियों के हवाले करने से का काम नहीं चलेगा बल्कि समाज के अच्छे लोगों को एकताबद्ध होकर नई पीढ़ी को साथ रखकर प्रेरणा एवं संदेश देने से व्याप्त बुराई पर अंकुश लगेगा।