#MNN@24X7 वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के राजातालाब थाना क्षेत्र के मिल्कीपुर गांव में बीती रात एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई।गुरुवार की सुबह घटना की जानकारी मिलने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया।सूचना पर पुलिस और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे।बताया जा रहा है घटना के बाद से दामाद फरार है।पुलिस आशंका जता रही है कि अवैध संबंधों की वजह से हत्या की गई है।

मिली जानकारी के अनुसार मिल्कीपुर गांव की 55 वर्षीय रानी गुप्ता का उसके पति भोलानाथ गुप्ता के साथ काफी समय से विवाद चल रहा है।भोलानाथ बड़े बेटे को लेकर दूसरे गांव में रहता है।रानी गुप्ता अपने छोटे बेटे 35 वर्षीय मोहन गुप्ता, 28 वर्षीय बेटी पूजा और दामाद अरविंद गुप्ता के साथ रहती थी। बीती रात में रानी गुप्ता, पूजा गुप्ता और मोहन गुप्ता की निर्मम हत्या कर दी गई। गुरुवार सुबह जब रानी गुप्ता के घर से कोई आहट नहीं सुनाई दी तो पड़ोसी जानकारी लेने के लिए पहुंचे। कमरे में रानी गुप्ता की लाश दरवाजे के पास देखकर पड़ोसी दंग रह गए।इसके बाद पुलिस को सूचना दी।पुलिस पहुंची तो तीन लाश मिलने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया।

घटना की सूचना मिलने के बाद राजा तालाब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। घटनास्थल के पास से एक हसिया और एक डंडा मिला।हसिया और डंडे में खून लगे हुए थे। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि हत्या करने के लिए हसिया और डंडे का इस्तेमाल किया गया होगा।घटनास्थल पर एडिशनल सीपी संतोष कुमार सिंह और डीसीपी गोमती जोन विक्रांत बीर भी पहुंचे।जांच-पड़ताल करने के लिए फॉरेंसिक टीम भी पहुंची।साक्ष्य संकलन करने के साथ ही कुत्ते को जब घटनास्थल से छोड़ा गया तो वह गंध सूंघते हुए सड़क से होते हुए खेत में और फिर गांव की तरफ गया। फिलहाल टीम द्वारा दोपहर बाद तक जांच पड़ताल चलती रही।

एडिशनल सीपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि आसपास के लोगों से पूछताछ में पता चला कि रानी गुप्ता का दामाद अरविंद गुप्ता भी मिल्कीपुर में उनके घर ही रहता था। दो दिन से अरविंद गुप्ता दिखाई नहीं दे रहा है। ऐसे में आशंका है कि अरविंद गुप्ता द्वारा ही घटना को अंजाम दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि अवैध संबंधों की बात भी सामने आ रही है। मृतका का उसके पति से भी अनबन चल रहा था, उसका पति गांव से कुछ दूर पर रहता है। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच पड़ताल कर रही है, जल्द ही इस घटना का खुलासा किया जाएगा।

(सौ स्वराज सवेरा)