नीतीश कुमार और लोकल नेताओं के वादे.., मोतिहारी चीनी मिल पर प्रधानमंत्री मोदी खुद आए थे, मील की जमीन को नेताओं ने क़ब्ज़ा कर बेचा: प्रशांत किशोर।

#MNN@24X7 पूर्वी चंपारण, जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार में उद्योग व्यवस्था की पोल खोली। कहा कि बिहार में दस साल भाजपा, दस साल नीतीश जी की सरकार रही, लेकिन नए उद्योग शुरू नहीं हुए, बल्कि जो थे वो भी बंद हो गए। मोतिहारी में बंद पड़ी चीनी मील का उदाहरण देते हुए कहा कि आप नीतीश कुमार और स्थानीय नेताओं की बात कर रहे हैं, जबकि मोतिहारी चीनी मील के बारे में प्रधानमंत्री मोदी जी 2014 में घोषणा की थी कि मोतीहारी चीनी मील की चीनी से बना चाय पिऊंगा तभी बिहार वापस आऊंगा। मोदी जी ने 2014 में यह बात कही, 2014 के बाद बिहार में लोकसभा का एक और विधानसभा के दो चुनाव हुए। जिस चीनी मील की बात उन्होंने कि वह चीनी मील आज भी बंद पड़ा हुआ है। लेकिन लोग फिर भी मोदी जी के नाम पर भाजपा को वोट कर रहे हैं।

चीनी मील की जमीन को नेताओं ने क़ब्ज़ा कर बेचा: प्रशांत किशोर।

प्रशांत किशोर ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि जब मैं पूर्वी चंपारण में पदयात्रा कर रहा था, तो मुझे मालूम हुआ कि चीनी मील की आधा से ज्यादा जमीन लोगों ने गलत तरीके से कब्जा करके बेच दी है। कब्जा करने वाले लोगों में ज्यादातर भाजपा के स्थानीय नेता हैं। नेताओं की गलती है कि उन्होंने वादा किया और उसे पूरा नहीं किया, लेकिन उससे बड़ी गलती वहां की जनता की है, क्योंकि जिसने आपसे झूठा वादा किया आप उसी को जाकर वोट दे देते हैं।