#MNN@24X7 दरभंगा, आज, दिनांक 17 सितम्बर 2023( हिन्दी पखवारा) को दिन के तीन बजे से आशुतोष स्मृति निकेतन, शुभंकरपुर दरभंगा में ” वर्तमान परिप्रेक्ष्य में हिन्दी:आनलाईन और आफलाइन” विषय पर विचार गोष्ठी सह संदर्भानुकूल काव्य गोष्ठी अखिलेश कुमार चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
इस अवसर पर बहुभाषाविद डॉ मित्रनाथ झा ने कहा कि- वर्तमान परिप्रेक्ष्य में हिन्दी आनलाईन माध्यम से फैली है और विश्व के शताधिक देशों में हिन्दी बोली, पढी एवं लिखी जा रही है।
प्रसिद्ध आलोचक प्रो आशुतोष कुमार वर्मा ने कहा कि- आफलाइन साहित्य ज्यादा टिकाऊ होता है जबकि आनलाईन अक्सर टिकाऊ और स्तरीय नही होता ।बाल साहित्यकार डॉ सतीश चंद्र भगत ने कहा कि आनलाईन और आफलाइन दोनो की अपनी अपनी महत्ता है। सौम्य कुमार विभु ने कहा कि आधुनिक युग में जितनी जरूरत आनलाइन की है उतनी ही आवश्यकता आनलाईन की भी है।
सामाजिक कार्यकर्ता रमण कुमार झा ने कहा कि-मंच को यह कार्यक्रम प्रमुखता से करना चाहिए। हिन्दी ही एक ऐसी भाषा है जो सभी भाषाओ को एकसूत्र में बांधकर रखता है।समीक्ष्य टिप्पणी देते हुए महकांत प्रसाद ने कहा कि- आफलाइन विधा अपने आप में परिपूर्ण है। सीखने और समझने की गुंजाइश ज्यादा है जबकिआधुनिक युग में आनलाईन की महत्ता भी कम नही है। बिचार व्यक्त करने वालो में अमिताभ कुमार सिन्हा, शेखर कुमार श्रीवास्तव, मुचकुंद मल्लिक मुकुर, डॉक्टर विश्वनाथ ठाकुर, आशीष अकिंचन, उदय शंकर चौधरी नादान आदि
द्वितीय सत्र में कविसम्ममेलन आयोजित किया गया।उदय शंकर चौधरीनादान की कविता-जो प्यार मिला तुमसे, वह प्यार मैं लुटाऊंगा सुनाकर श्रोताओ को मंत्रमुग्ध कर दिया।साहेब कुमार ठाकुर की कविता- है धन्य धन्य आंगन, जिस आंगन में हुआ लालन पालन, जबकि आशीष अकिंचन की कविता तुम आनलाईन रहो या आफलाइन, तुम हो सबसे प्यारी हिन्दी, हीरालाल सहनी की कविता- जय हिन्दी जय नागरी सुनाया।
कार्यक्रम के अंत मे राष्ट्रभाषा हिन्दी विकास परिषद, दरभंगा की ओर से समाहार मंच के सचिव अमिताभ कुमार सिन्हा को परिषद अध्यक्ष हीरालाल सहनी एवं संरक्षक अखिलेश कुमार चौधरी ने राष्ट्रभाषा गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया।
संचालन महाकांत प्रसाद एवं धन्यवाद ज्ञापन अमिताभ कुमार सिन्हा ने किया।