•मुजफ्फरपुर के डॉक्टर बुरहान मरीज से ली जानकारी
•जिले में आरईसी फाउंडेशन, एनएचएम व परमाणु ऊर्जा विभाग के द्वारा चलाया जा रहा है स्क्रीनिंग व जागरूकता अभियान
मधुबनी /27 अगस्त। कैंसर मरीज के उचित इलाज तथा परामर्श के लिए सदर अस्पताल स्थित टाटा मेमोरियल की शाखा कार्य कर रही है जो बिहार सरकार, आरईसी फाउंडेशन, नेशनल हेल्थ मिशन और परमाणु ऊर्जा विभाग के साथ कैंसर स्क्रीनिंग और जागरूकता अभियान चला रही है जिससे कैंसर को समय पर पहचान करके इससे होने वाली मृत्यु को कम किया जा सकता है।
इस प्रोग्राम में 3 तरह के कैंसर की स्क्रीनिंग की जाती है जो मुख का कैंसर, स्तन कैंसर और गर्भाशय के मुख का कैंसर है। कार्यक्रम के तहत उक्त संस्था के चिकित्सक डॉ. रश्मि वर्मा ने बताया अब प्रत्येक सप्ताह के शनिवार को कैंसर के संदिग्ध मरीजों का ही टेलीकंसल्टेशन मुजफ्फर स्थित टाटा मेमोरियल के चिकित्सकों के द्वारा कराया जाता है इसी क्रम में शनिवार को राजनगर प्रखंड के एक व्यक्ति का मुजफ्फरपुर के वरीय चिकित्सक डॉ बुरहान के द्वारा टेलीकंसल्टेशन किया गया. तथा मरीज को विशेष परामर्श के लिए मुजफ्फरपुर बुलाया गया यह सेवा उन मरीजों के लिए वरदान है जो दिल्ली,मुंबई जैसे बड़े अस्पतालों में नहीं जा सकते हैं.
जागरूकता ही बचाव का एकमात्र उपाय:
कैंसर लाइलाज नहीं, बस जागरूकता की कमी से फैल रहा है। शुरूआती चरणों में इस पर काबू करना बेहद आसान है, लेकिन इसकी जांच के लिए बायोप्सी कराना आवश्यक होता है, जिससे लोग डरते हैं। रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी को लेकर गलत धारणाओं से लोग इसके इलाज से बचते हैं। ऐसे में लापरवाही से कैंसर अंतिम चरण में पहुंचकर लाइलाज हो जाता है। डॉ. रश्मि ने बताया कि शरीर में किसी गांठ, घाव या बीमारी की एक माह से ज्यादा अनदेखी न करें। तुरंत विशेषज्ञ से मिलें और कैंसर की जांच कराएं।
खानपान से बच सकते कैंसर से :
कैंसर से बचना हो तो खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। धुम्रपान, शराब के अधिक सेवन व फास्ट फूड से नुकसान होता है। कैंसर का उपचार चल रहा हो तो शरीर को प्रोटीन की सर्वाधिक आवश्यकता होती है। आहार में फायबरयुक्त सामग्री, फल आदि का समावेश होना चाहिए। प्राकृतिक आहार शरीर के लिए लाभदायी होता है। शक्कर का उपयोग और शराब का सेवन कम करना चाहिए। हल्दी, लहसुन, अलसी, अदरक, मेथी, दालचीनी, लाल मिर्च, चक्र फूल आदि में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। इसलिए इनका सेवन करते रहना चाहिए। किचन में उपलब्ध रहने वाली यह सामग्री काफी लाभदायी हैं।
जौँ अहाँ अपन इतिहास के बिसरब, तखन इतिहासो अहाँ के बिसरि जायत।