•विश्व हृदय दिवस।

•किसी भी उम्र के व्यक्तियों को हो सकती है दिल की बीमारी।

•”यूज़ हार्ट फॉर एवरी हार्ट” है इस वर्ष की थीम

#MNN@24X7 समस्तीपुर, 29 सितंबर। हृदय को स्वस्थ रखना हमारे लंबे जीवन के लिए बेहद आवश्यक ही नहीं बल्कि निहायत ही जरूरी भी है। वर्तमान समय में अव्यवस्थित दिनचर्या, तनाव, गलत खान-पान, पर्यावरण प्रदूषण एवं अन्य कारणों के चलते हृदय की समस्याएं तेजी से बढ़ी हैं। छोटी उम्र से लेकर बुजर्गों तक में हृदय से जुड़ी समस्याएं होना अब आम बात हो गई है। पूरे विश्व में हृदय के प्रति जागरूकता पैदा करने और हृदय संबंधी समस्याओं से बचने के लिए विभिन्न उपायों पर प्रकाश डालने के मकसद से दुनियाभर में हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस के रूप में मनाया जाता है।

विश्व ह्रदय दिवस 2022 के लिए थीम है ‘• “ यूज़ हार्ट फॉर एवरी हार्ट” हृदय का कार्य सभी अंगों को ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए पूरे शरीर में रक्त पंप करना है।

सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति पटना के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी के निर्देश पर पूरे बिहार में विश्व हृदय दिवस मनाने को लेकर 29 सितंबर से 12 अक्टूबर तक विभिन्न अस्पतालों में निःशुल्क चिकित्सा परामर्श सप्ताह के रूप में आयोजित करने संबंधी निर्देश दिया गया हैं। जिसके तहत ज़िला अस्पताल सहित सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल के अलावा रेफ़रल,सामुदायिक, प्राथमिक व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर निःशुल्क चिकित्सा एवं परामर्श सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है।

बैनर-पोस्टर के माध्यम से किया जाएगा जागरूक:

इस दौरान सभी संस्थानों में उच्च रक्तचाप एवं मधुमेह के रोगियों के लिए विशेष जांच शिविर आयोजित किया गया है। जिसमें मधुमेह, उच्च रक्तचाप एवं हृदयाघात, स्वास्थ्य खान-पान के साथ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम को लेकर ज़िला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण स्तर तक लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न चौक चौराहों पर रंगीन फ़्लेक्स, पोस्टर, बैनर, होर्डिंग लगाया गया है। इस कार्यक्रम को व्यापक पैमाने पर जागरूकता लाने के लिए प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी स्वास्थ्य कर्मियों, आशा कार्यकर्ताओं को दी गई है ।

किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती हैं दिल की बीमारी:

एनसीडीओ डॉ विजय कुमार ने कहा दिल की बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है,चाहे वह बच्चे, नौजवान या बुजुर्ग ही क्यों नहीं हो। इस तरह की बीमारियों के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं होती है। आज कल के युवाओं में हृदयाघात (हार्ट अटैक) और दिल की बीमारियों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय बना हुआ है। मात्र 10 वर्ष पहले युवाओं के बीच हृदय की समस्याओं को केवल आंका जाता था, लेकिन वर्तमान के युवा वर्ग में कुछ ज़्यादा ही देखने को मिल रही हैं। हृदय संबंधी सामान्य समस्याओं को गंभीरता से लेने की जरूरत है।

हृदय को स्वस्थ रखने के लिए ये उपाय सहायक हो सकते हैं:

•प्रतिदिन व्यायाम, योगा के लिए भी समय निकालें।
•सुबह और शाम के समय पैदल चलें या सैर पर जाएं।
•भोजन में नमक और वसा की मात्रा कम कर लें।
•ताजे फल और सब्जियों को आहार में शामिल करें
•तनावमुक्त जीवन जीएं। तनाव अधि‍क होने पर योग व ध्यान के द्वारा इस पर नियंत्रण करें।
•धूम्रपान का सेवन बिल्कुल बंद कर दें, यह हृदय के साथ ही कई बीमारियों का कारक है।
•स्वस्थ शरीर और दिल के लिए भरपूर नींद लें।