गांव में कितने लोग हैं, जिसने दवा नहीं खायी : डॉ भूपेन्द्र त्रिपाठी।

कुशेश्वरस्थान पीएचसी व इलाके के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया।

मॉनिटरिंग टीम के अध्यक्ष ने आशा कार्यकर्ताओं को माइक्रोप्लान का डेटा भरना सिखाया।

अभियान के दौरान सभी घरों के बाहर सदस्यों की संख्या ज़रूर अंकित करें : डॉ त्रिपाठी

मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए शौचालय के गैस पाइप के ऊपर लगाएं जाली

केवटगामा में आशा कार्यकर्ता व ग्रामीणों से की मुलाकात

#MNN@24X7 दरभंगा, 19 नवम्बर। स्वास्थ्य विभाग की केन्द्रीय मॉनिटरिंग टीम ने डॉ. भूपेंद्र त्रिपाठी की अगुवाई में कुशेश्वरस्थान प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का जायज़ा लिया। इसके पूर्व में फाइलेरिया अभियान की समीक्षा की एवं माइक्रोप्लान पर चर्चा की।
  
क्षेत्र में फाइलेरिया दवा के वितरण को लेकर प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डॉ भगवान दास व बीएचएम लोकेश कुमार से बात की। खासकर आशा कार्यकता के ट्रेनिंग की  बाबत जानकारी ली।

अधिकारियों को सही तरीके से प्रशिक्षण देने के निर्देश दिये। फील्ड में लोगों को फाइलेरिया की दवा देने से पहले सर्वे करने को कहा। घर के दरवाज़ों पर सदस्यों की संख्या अंकित करने को कहा, ताकि सभी पात्र सदस्यों को फाइलेरिया से बचाव के लिए दवा दी जाए। साथ ही माइक्रोप्लान व डाक्युमेन्टेशन सही तरीके से हो पाए।
 
इसके अलावा प्रखंड के गांव की संख्या, आबादी व फाइलेरिया दवा खाने वाले की संख्या से आवगत होते हुए प्रभावी तरीके से दवा की खुराक आशा के सामने खिलाने को कहा, ताकि लक्ष्य के अनुरूप क्षेत्र वासियों को अभियान चलाकर फाइलेरिया से बचाया जा सके।
 
इधर आईसीएमआर के डॉ  सुब्रमन्यम व सीएफएआर के डॉ एस के पांडेय ने डाक्युमेन्टेशन  प्रक्रिया को पूरा किया।
 
विदित हो कि केन्द्रीय मॉनिटरिंग टीम चार दिवसीय यात्रा पर दरभंगा प्रवास में है। आज तीसरे दिन कुशेवरस्थान क्षेत्र का जायज़ा लिया, अंतिम दिन सोमवार को अभियान को लेकर यह टीम डीएम राजीव रौशन से मिलेगी। इस क्रम में फाइलेरिया अभियान की वर्तमान स्थिति व भविष्य की योजना पर विमर्श करेंगे।
 
फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की वस्तुस्थिति से अवगत होने के लिए यह टीम कुशेवरस्थान ब्लॉक के केवटगामा गांव गयी। वहां आशा कार्यकर्ता व जनप्रतिनिधियों से रुबरु हुए।
 
मौके पर डॉ भूपेंद्र त्रिपाठी ने आशा कार्यकर्ताओं को क्षेत्र में फाइलेरिया दवा वितरण को लेकर पूछताछ की। डॉ त्रिपाठी ने पूछा कि गांव में कितने लोग हैं, जिसने दवा नहीं खायी। अभियान से पहले जागरूकता अभियान की बाबत जानकारी ली।
 
डॉ त्रिपाठी ने आशा कार्यकर्ताओं को अभियान से पहले जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेने को कहा, ताकि लक्ष्य  के अनुरूप लोगों को फाइलेरिया से बचाव के लिए दवा दी जाए।
 
वहीं डॉ त्रिपाठी ने दवा देने के दौरान माइक्रोप्लान के तहत डेटा पर काम करने पर बल दिया। इसके अलावा मच्छरों  को पनपने से रोकने  के लिए शौचालय के गैस पाइप के ऊपर जाली लगाने को कहा। साथ ही स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य की जांच की। पीएचसी प्रभारी को उपचार के लिए आवश्यक कार्रवाई करने को कहा।
 
मौके पर डीएमओ डॉ जेपी महतो, केयर के अंशु कुमार, धीरज सिंह, गणेश महासेठ, बबन प्रसाद आदि मौजूद थे।