#MNN@24X7 दरभंगा, हिमैटोलॉजी फाउंडेशन ऑफ बिहार और इंडियन सोसाइटी ऑफ हिमैटोलाॅजी एंड ब्लड ट्रांसफयूजन द्वारा शहर के होटल गार्सिया इंटरनेशनल में मिथिला में पहली बार एक दिवसीय मिथिला हिमैटोलाॅजी अपडेट का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ के एन मिश्रा,पटना के डॉक्टर आर एन टैगोर, कोलकाता के डॉक्टर दीपक मिश्रा, दिल्ली के डॉक्टर संजीव कुमार शर्मा, दरभंगा मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ पूनम मिश्रा, प्रोफ़ेसर गोपाल लाल दास एवं कार्यक्रम के संयोजक डॉ अविनाश कुमार सिंह ने दीप जलाकर किया।
फाउंडेशन के सचिव और पटना के रक्त रोग विशेषज्ञ डॉ अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि रक्त संबंधित रोग और उसके उपचार में उपयोग हो रहे नवीनतम तकनीक को मिथिला के डाक्टर एवं इस क्षेत्र में काम कर रहे मेडिकल छात्रों के साथ देश के जाने माने रक्त रोग विशेषज्ञों ने साझा करने हेतु मिथिला में क्या आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में डॉ ओमप्रकाश के संयोजकत्व में रक्ताल्पता (एनीमिया) पर पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया। पैनल डिस्कशन में डॉक्टर अजीत कुमार चौधरी, डॉ प्रभात कुमार सिन्हा, डॉ प्रशांत कृष्णा गुप्ता एवं डॉक्टर उत्सव राज ने विभिन्न विशेषज्ञता का इस्तमाल ऐसे क्या जाए इस पर अपने विचार रखे। जिसे साधारणतया मानव शरीर में रक्त की कमी समझा जाता है के बारे में चर्चा करते हुए वरिष्ठ रक्त विज्ञानी डाॅ अजीत चौधरी ने कहा कि समाज में खून की कमी का मुख्य कारण आयरन की डिफिशिएंसी है, जबकि अस्पताल के भर्ती मरीजों में क्रॉनिक रोगों से उत्पन्न रक्ताल्पता मुख्य कारण है।
डॉ प्रभात कुमार सिन्हा डॉ प्रशांता कृष्णा गुप्ता ने बताया कि शरीर में रक्त की कमी होने पर शुरुआत किसी काम में मन नहीं लगता ,सुस्ती,चिङचिङापन और थोडे से शारीरिक श्रम से थकान का अनुभव होता है। वक्ताओं ने कहा इसे हल्के में न लेकर चिकित्सक के पास जाना चाहिए।
एस सी बी मेडिकल कालेज कटक उड़ीसा से आए वरिष्ठ रक्त रोग विशेषज्ञ डॉ आर के जेना ने रक्त कैंसर के एक प्रकार मल्टीपल मायलोमा जो अधिक आयु वर्ग में होने वाला बीमारी है के बारे में बताया, जिसका शुरुआती लक्षण रीढ की हड्डी व छाती में दर्द,थकान,बारंबार इंफेक्शन आदि होता है।नई दिल्ली से आए डा नरेन्द्र तेजवानी और डाॅ संजीव शर्मा ने बोन मैरो एवं अप्लास्टिक एनीमिया के बारे में और महावीर कैंसर संस्थान के डाॅ राजीव कुमार ने रक्त रोग से संबंधित अपने अनुभव को साझा किया।
मेडिकल कालेज के छात्रों के लिए पोस्टर प्रदर्शनी एवं क्वीज का भी आयोजन फाउंडेशन के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में दरभंगा मेडिकल कालेज के प्राचार्य, प्रोफेसर, विशेषज्ञ एवं छात्रों के अलावा पटना के वरिष्ठ कैंसर चिकित्सक डॉ आर एन टैगोर,डॉ एस सी झा, आइ जी आई एम एस के डाॅ दिनेश कुमार सिन्हा आदि उपस्थित रहे।