#MNN24X7 दरभंगा 08 दिसम्बर, प्रेक्षागृह दरभंगा में प्रधान महालेखाकर (ले.एवं हक.), बिहार, पटना एवं प्रमंडलीय आयुक्त, दरभंगा प्रमंडल के संयुक्त तत्त्वाधान में आज एक लेखाकरण एवं पेंशन संबन्धित मामलों विशेष जानकारी हेतु एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।

जिसमें विषयांकित “District level Engagement by PASG (A&E) to strengthen Accounting at the Grassroot Level” के अंतर्गत किया गया।

कार्यशाला का शुभारंभ प्रधान महालेखाकार श्री संतोष कुमार तथा दरभंगा के जिलाधिकारी श्री कौशल कुमार द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किये।

कार्यक्रम में दरभंगा प्रमंडल दरभंगा के अधिकारी, दरभंगा, समस्तीपुर एवं मधुबनी तीनों जिलों के सभी विभागीय निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी तथा कोषागार पदाधिकारी शामिल हुए।

कार्यशाला के दौरान निकासी एवं व्ययन पदाधिकारियों द्वारा लेखाकरण से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

यह स्पष्ट किया गया कि विभिन्न स्तरों पर लेखा त्रुटियों को रोकने तथा समयोचित वित्तीय निष्पादन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देशों का गंभीरतापूर्वक पालन होनी चाहिए।

पेंशन मामलों पर भी विस्तृत विचार-विमर्श हुआ, बताया गया कि पेंशन प्रकरणों को प्रधान महालेखाकार कार्यालय में भेजते समय सम्बद्ध अभिलेखों और निर्धारित प्रपत्रों का पूर्ण एवं सही रूप से संलग्न होना अत्यंत आवश्यक है, जिससे पेंशन के निष्पादन में अनावश्यक विलंब न हो। सेवानिवृत्ति के उपरांत किसी अधिकारी / कर्मियों को अनावश्यक परेशान नहीं करें*।

प्रधान महालेखाकार श्री संतोष कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि सेवानिवृत्त कर्मियों को समय पर पेंशन उपलब्ध कराना सभी पदाधिकारियों की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि वित्तीय प्रबंधन की जानकारी सभी अधिकारियों को अवश्य होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि पेंशन प्रक्रिया को पूर्णतः डिजिटाइजेशन किया जा रहा है,जिससे सेवानिवृत्त कर्मियों को त्वरित एवं पारदर्शी सेवा उपलब्ध हो सके।

सभी निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी फॉर्म-4ए एवं सर्विस बुक का आपसी मिलान अवश्य करना सुनिश्चित करें।

सभी आवश्यक दस्तावेजों को निर्धारित प्रपत्रों के साथ संलग्न कर सही समय पर भेजना अनिवार्य है।

जिलाधिकारी श्री कौशल कुमार ने कहा कि सभी निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी प्रशिक्षण को गंभीरता से आत्मसात करें ताकि वित्तीय निकासी एवं लेखाकरण में कोई त्रुटि न हो।

उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त होने वाले सभी अधिकारियों और कर्मियों को समय पर पेंशन एवं सेवानिवृत्ति लाभ उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

समयबद्ध और त्रुटिरहित कार्य ही प्रशासनिक दक्षता की पहचान है।

कार्यशाला में वरिष्ठ लेखा अधिकारी अजय कुमार पोद्दार, चंद्र प्रकाश सिंह,सहायक लेखा अधिकारी जितेंद्र कुमार, संजय कुमार बर्नवाल, कुंदन कुमार, पवन कुमार, नवजीत कुमार एवं जितेंद्र द्वारा क्रमवार विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया गया। लेखा विशेषज्ञों ने लेखाकरण एवं पेंशन प्रक्रियाओं में सुधार हेतु उपयोगी सुझाव एवं दिशानिर्देश दिए।

कार्यक्रम का मंच संचालन आयुक्त के सचिव श्री सत्येंद्र कुमार द्वारा किया गया।

यह कार्यशाला लेखाकरण एवं पेंशन व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़,पारदर्शी एवं समयबद्ध बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।