#MNN@24X7 दरभंगा। संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से स्नातक श्याम कुमार सहनी के अगुवाई में नाट्य संस्था कलर व्हील,दरभंगा “दरभंगा रंग महोत्सव” के आयोजन का कल तीसरा और अंतिम दिन था। दरभंगा के मैथिली साहित्य परिषद के दिग्गी पश्चिम में चल रहे तीन दिवसीय नाट्य महोत्सव में कल कई बेहतरीन प्रस्तुति हुई।
बताते चलें कि 3 दिनों का यह महोत्सव विशेष रूप से हमारे स्थानीय स्वतंत्रता सेनानियों जैसे कुंवर सिंह, जयप्रकाश नारायण, जगजीवन राम और जुबबा साहनी साथ ही साथ रामनंदन मिश्र, ब्रजकिशोर प्रसाद, धरणीधर प्रसाद, कमलेश्वरी चरण सिन्हा, जगदेश्वरी प्रसाद ओझा, कुलानंद वैदिक, यदुनन्दन शर्मा, कंटीर झा, सुरज नारायण सिंह, दरभंगा महाराजाधिराज लक्ष्मीश्वर सिंह, उमापति तिवारी सहित अनेको ऐसे स्वतंत्रता सेनानी आदि को समर्पित है।
जिन्होने भारतीय स्वाधीनता संग्राम में ना केवल बढ़ चढ़ कर भाग लिया अपितू अपना सर्वोच्च दिया। इस महोत्सव में आज के अतिथि के रूप मे हमारे बीच अविनाश चंद्र मिश्र, लावण्या कीर्ति सिंह ‘काव्या'( Dean faculty Dept. Of Music & Dramatics) नारायण जी चौधरी( मैथिली साहित्य परिषद कार्यकर्ता) ,अमिताभ बच्चन (पत्रकार ), प्रकाश बंधु ( वरिष्ठ रंगकर्मी) उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत में सुमन कुमार सिंह एंड टीम की तरफ से लोकगीत की प्रस्तुति दी गई। प्रस्तुति में सिंगर सुमन कुमार सिंह, सुमन कुमार मंडल ने सूफ़ी, हर्ष प्रतीक और उनके साथ संगत कलाकार के रूप में, आशीष कुमार, सूरज कुमार, परमवीर प्रताप सिंह, मोहित पांडे, अनिश झा ने अपनी-अपनी प्रस्तुति दी। साथ ही म्युजिकल भाईलोग की तरफ से हिमांशु झा, सोनू दास, आदित्य कर्ण लोक गीत की प्रस्तुति हुई।
इसके अलावा डांस अड्डा टीम की तरफ से जट-जटीन नृत्य की प्रस्तुति की गई जिसके निर्देशक प्रेम सिंघानिया थे। इस जट-जटीन नृत्य में मंच पर प्रिया भास्कर, अंजू कुमारी, पिंकी कुमारी, सौम्या कुमारी, रश्मी कुमारी ने शानदार प्रस्तुति दी। नृत्य के बाद नुक्कड़ नाटक “जनता पागल हो गई है” की प्रस्तुति आयोजक टीम कलर व्हील, दरभंगा की तरफ से की गई जिसके लेखक शिवराम जी हैं व निर्देशक राजेश शर्मा थे। नाटक में सहायक निर्देशक विक्रम ठाकुर थे और मंच पर आदित्य कुमार, रौशन कुमार, मोहम्मद असलम ने बेहतरीन प्रस्तुति दी।
“दरभंगा रंग महोत्सव” के तीसरे दिन द स्ट्रगलर, पटना की ओर से नाटक ” गगन दमामा बाज्यो” की धमाकेदार
प्रस्तुति हुई । जिसका निर्देशन रौशन कुमार ने किया।
यह नाटक शहीद भगत सिंह के जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों का वर्णन करता है। पीयूष मिश्रा द्वारा लिखित यह नाटक भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, बटुकेश्वर दत्त, चन्द्रशेखर आजाद और उन जैसे असंख्य क्रांतिकारियों के देशप्रेम के जुनून से भर देता है।
यह नाटक आपको कुछ कर गुजरने के जज्बे से भरता है और ज्यादा कुछ न कर पाने के छटपटाहट से भी। भगत सिंह की भूमिका में राहुल कुमार रवि, सुखदेव की भूमिका में उत्तम कुमार, राजगुरु की भूमिका में अमित राज, बटुकेश्वर दत्त की भूमिका में देवेन्द्र झा, चन्द्रशेखर की भूमिका में मृगांक, रामप्रसाद बिस्मिल की भूमिका में कुमार गौरव साथ ही मृत्युंजय प्रसाद, किशन सिंह, राहुल रंजन, अनुज, अभिषेक आनंद, दीपांकर शर्मा, सागर सिंह, अभिजीत चक्रवर्ती, आरती कुमारी, कियारा एंजेल ने दर्शकों की आँखें नम कर दी। इस नाटक के मंच परे में जितेंद्र कुमार जीतू, सुनील विश्वकर्मा, रोहित चन्द्रा के संगीत परिकल्पना ने, कुमार स्पर्श, गौरव कुमार, विनय चौहान के प्रकाश परिकल्पना ने, मौसमी भारती, हीरा लाल रॉय, मुकेश कुमार ने नाटक को बाँध कर रखा।
कल के इस महोत्सव का समापन महोत्सव में सम्मिलित सभी अतिथियों, कलाकारों और सहयोगियों को सम्मानित कर किया गया। इस महोत्सव के तकनीकी निर्देशक रवि वर्मा एवं सहयोगी विक्रम ठाकुर साउंड पर पंकज कुमार थे। इस महोत्सव में स्वागत समिति एवं मीडिया का प्रभार निकिता कुमारी ने सम्भाला।
कलर व्हील संस्था के सदस्य के रूप मे विक्रम ठाकुर, ऋषभ कुमार , नीतीश कुमार, निकिता कुमारी, रोहित वर्मा, रवि वर्मा, रौशन कुमार, विशाल कुमार, आदित्य कुमार, राजेश शर्मा, मोहम्मद असलम, गौरी ने पूरा कार्यक्रम बखूबी सम्भाला। इस पूरे महोत्सव के निर्देशक एवं कलर व्हील सचिव श्याम कुमार सहनी ने सफल आयोजन के लिए सभी को धन्यवाद दिया।