नियम को ताक पर रख काम करने में वर्तमान प्रशासन अव्वल।

#MNN@24X7 दरभंगा। इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी ने प्रोफेसर प्रेम मोहन मिश्रा जो निर्वाचित सिंडिकेट सदस्य चुने गए थे उनको सिंडिकेट से अनर्गल तर्क दे कर हटाना दुर्भाग्यपूर्ण व विश्विद्यालय अधिनियम के खिलाफ है.

उन्होंने कहा प्रोफेसर अशोक मेहता जो पिछले दो साल से दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक है वो भी निर्वाचित सिंडिकेट सदस्य है उनको आज तक सिंडिकेट का सदस्य बनाए रखा गया है ये विश्वविद्यालय की दोहरी नीति है और साबित करती है कि यदि आप विश्विद्यालय के हित मे वर्तमान प्रशासन का विरोध करेंगे तो आपको अपमानित किया जाएगा और यदि चमचागीरी करेंगे तो सम्मानित किया जाएगा.मिथिला के आवाम को इस तानाशाही प्रशासन को मुह तोर जवाब देने के लिए जनांदोलन तेज करना होगा.