#MNN@24X7 हापुड़। उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर से बच्चे के साथ उत्पीड़न का एक मामला सामने आया है कि पुलिस भी अपनी हंसी नहीं रोक नहीं रोक पाई।जिसने भी इस मामले को सुना वो भी हंसी नहीं रोक पाया।पुलिस को एक 9 साल के बच्चे ने इमरजेंसी कॉल किया था।पुलिस जब मौके पर पहुंची तो बच्चे ने कहा मां इतनी ठंड में नहाने के लिए कह रही है।इसे सुनकर बच्चे की उत्पीड़न की शिकायत पर पहुंची पुलिस हंसी अपनी हंसी नहीं रोक पाई।पुलिस ने बच्चे को समझा बुझा कर शांत कराया और उसे बताया कि मां बाप उसके भले के लिए ही ऐसा कर रहे हैं।इसी के साथ पुलिस ने बच्चे के मां बाप की भी काउंसलिंग कराई।
मिली जानकारी के अनुसार पूरा मामला गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के गांव अक्खापुर का है। पुलिस ने बताया कि एक दिन पहले ही बच्चा बाल कटाने गया था। बच्चा थोड़ा फैशन में कटिंग कराना चाहता था, लेकिन उसके पिता ने ऐसा नहीं करने दिया।घर आने पर मां नहाने के लिए दबाव बनाने लगी।इससे बच्चा आक्रोशित हो गया और तुरंत अपनी मां का मोबाइल फोन लेकर डॉयल 112 पर कॉल कर दिया।पुलिस ने कॉल पर पूछा कि मामला क्या है तो बच्चे ने कहा कि एक बच्चे के उत्पीड़न का मामला है और इमरजेंसी है। बच्चे के इतना कहने पर कुछ ही देर में डॉयल 112 की गाड़ी बच्चे के घर के बाहर आ गई। इससे बच्चे के परिवार वाले ही नहीं, बल्कि पास पड़ोस के लोग भी हैरत में पड़ गए।जब सबको मामले की जानकारी हुई तो लोग हंसते हंसते बेहाल थे।
पुलिस देख जुट गई भीड़।
सुबह-सुबह बच्चे के घर के सामने पुलिस की गाड़ी देखकर लोग हैरान हो गए।सबके मन में उत्सुकता थी कि ऐसा क्या हो गया,जो पुलिस आ गई।मामला बेहद गंभीर था। इतने में बच्चा अपने घर से निकला और पुलिस को अपनी पूरी कहानी बताई। इस कहानी को गांव के लोगों ने भी सुना और देखते मौके पर सबकी हंसी छूट गई।
बच्चे पर परिजनों की कराई काउंसलिंग।
डॉयल 112 पर तैनात पुलिसकर्मियों ने पूरा माजरा समझने के बाद पहले बच्चे की विधिवत काउंसलिंग की।पुलिसकर्मियों ने बच्चे को समझाया कि माता पिता उसे बिल्कुल कोई नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते,बल्कि उनका उद्देश्य उसका भला करना ही है। पुलिसकर्मियों ने बच्चे को अच्छा बच्चा बनने के लिए मां बाप की बात मानने की सीख दी। पुलिसकर्मियों ने उसके मां बाप की काउंसलिंग करते हुए उन्हें भी बच्चे के साथ इतनी सख्ती नहीं करने को कहा।उन्हें समझाने का प्रयास किया कि इतना सख्ती करने से बच्चा उनके हाथ से भी निकल सकता है।
(सौ स्वराज सवेरा)