समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय धरना रहा शांतिपूर्ण।
#MNN@24X7 मधुबनी, बिैहार राज्य अन्तर्गत सरकारी विद्यालयों में रात्रि प्रहरी की नियुक्ति आवश्यकतानुसार कई बार की जा चुकी है। सभी रात्रि प्रहरी कर्मचारी, सरकार के विभाग के निर्देशानुसार अपने-अपने कर्तव्य एवं मूल दायित्वों का निर्वहन पूर्ण जिम्मेवारी से साथ बिना किसी अवकाश के नियमित रूप से करते आ रहे हैं।
परन्तु रात्री प्रहरीयों के अनुसार इस कठिन कार्य के समानांतर येतन एवं सेवा शर्त नहीं दी जा रही है। साथ ही महीनों से वेतन न मिलने की वजह से रात्रि प्रहरी के परिवार भुखमरी के शिकार हो चुके हैं। सरकार के सौतेले व्यवहार के कारण रात्रि प्रहरी के परिवार का भविष्य अंधकारमय हो चुका है। आर्थिक रूप कमजोर हो जाने के कारण लोगों से कर्ज में लिए गए पैसों को वापस नहीं करने की स्थिति में परिवार के सभी सदस्य आर्थिक एवं मानसिक रूप से कमजोर हो चुके हैं।
परन्तु इस कठिन समय में भी कार्य के समानांतर वेतन एवं सेवा शर्त नहीं दी जा रही है, उचित मानदेय नहीं मिलने के कारण उक्त कर्मचारी को पारिवारिक एवं व्यक्तिगत जीवन यापन करना दुर्लभ हो रहा है। ईन सभी माँगो को पूर्ण करने हेतु संगठन द्वारा निम्नवत बिन्दुवार प्रार्थना पत्र समर्पित किया गया जिसके अनुसार,
1. सर्वप्रथम रात्रि प्रहरी कर्मचारी को स्थायीकरण करते हुये न्यूनतम मजदूरी एवं 60 वर्ष तक
की सेवा शर्त की मंजूरी दी जाए ।
2. रात्रि प्रहरी कर्मचारी को राज्यकर्मी का दर्जा देते हुये कार्यालय परिचारी/निम्नवर्गीय लिपीक के रूप में समायोजन किया जाए |
3. वर्तमान में रात्रि प्रहरी कर्मचारी को विद्यालय विकास अनुदान की राशि से मानदेय भुगतान किया जाता है जिससे समय पर वेतन प्राप्त नहीं हो पाता है विभागीय उदासीनता के कारण लम्बे समय तक कोष में आवंटन का प्रतीक्षा किया जाता है। अतः संशोधन कर विभाग द्वारा सेवा पुस्तिका संधारण करते हुये सीधे विभाग से ऑनलाइन की प्रक्रिया से वेतन भुगतान की कारवाई की जाए |
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष आमोद यादव (मधुबनी), रात्रि प्रहरी सदस्य अनिल मंडल उपेंद्र यादव सुरेंद्र यादव, अनिल मंडल, मनोज मंडल, ललन कुमार एवं विजय कामत उपस्थित थे।