कैरियर ओरिएंटेड कोर्सों में नए सत्र के लिए छात्रों के नामांकन की प्रक्रिया जल्द होंगे प्रारंभ- प्रधानाचार्य।
आइक्यूएसी के सहयोग से कॉमर्स विभाग द्वारा “भारतवर्ष के लिए रोजगार के सृजन में उद्यमिता की भूमिका” विषयक कार्यशाला का आयोजन होगा- डॉ ललित।
कैरियर ओरिएंटेड कोर्स के छात्रों की परीक्षा की तिथि निर्धारण हेतु विश्वविद्यालय से किया जाएगा अनुरोध- डॉ आशीष कुमार।
कैरियर ओरिएंटेड कोर्सों के दो सैद्धांतिक एवं एक प्रैक्टिकल पत्र मिलाकर 200 अंकों के होंगी परीक्षाएं- डॉ चौरसिया।
सर्टिफिकेट कोर्सों के अध्ययन- अध्यापन रोजगारपरक के साथ ही व्यावहारिक शिक्षा का अभिन्न अंग- प्रो अखिलेश।
#MNN@24X7 दरभंगा, आज दिनांक – 6 अप्रैल, को सी एम कॉलेज, दरभंगा के प्रधानाचार्य कक्ष में प्रधानाचार्य डॉ अनिल कुमार मंडल की अध्यक्षता में कैरियर ओरिएंटेड कोर्सों के समन्वयकों एवं विशिष्ट अतिथियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई, जिसमें प्रधानाचार्य ने बैठक में सम्मिलित सदस्यों का स्वागत करते हुए बताया कि विगत सत्र के छात्रों की परीक्षा की तिथि के लिए आवश्यक पत्राचार विश्वविद्यालय से किया जा रहा है। साथ ही नए सत्र में दाखिला के लिए विद्यार्थियों को जल्द ही सूचना देने की योजना बनाई गई है। उन्होंने समन्वयकों से परीक्षा के संबंध में होने वाले समस्त कार्यों के विषय में परिचर्चा की और परीक्षा फार्म भर चुके छात्र- छात्राओं की परीक्षा लेने संबंधी निर्देश दिया।
हॉस्पिटैलिटी एंड कैटरिंग कोर्स के समन्वयक डॉ आशीष कुमार बरियार ने कहा कि सर्टिफिकेट कोर्स के छात्रों की परीक्षा की तिथि के निर्धारण के लिए आवश्यक प्रपत्रों की मांग विश्वविद्यालय से की जा रही है और उम्मीद है कि मांग पत्र प्राप्त होते ही 1 सप्ताह के अंदर तिथि का निर्धारण भी हो जाएगा, जिसके लिए उन्होंने छात्र- छात्राओं को महाविद्यालय के सूचना पटल के माध्यम से निर्देशित करते हुए संदेश दिया कि वे परीक्षा के लिए तैयार रहें।
ई- कॉमर्स के समन्वयक डॉ ललित शर्मा ने बताया कि आइक्यूएसी के सहयोग से कॉमर्स विभाग द्वारा “भारतवर्ष के लिए रोजगार सृजन में उद्यमिता की भूमिका” विषयक एक कार्यशाला का आयोजन दिनांक – 17 अप्रैल, 2023 को सी एम कॉलेज के सेमिनार हाल में किया जाएगा, जिसमें सर्टिफिकेट कोर्स के छात्र- छात्राएं भी भाग ले सकेंगे और महाविद्यालय के जितने भी प्रतिभागी इस कार्यशाला में उपस्थित होंगे अथवा योगदान करेंगे, उन्हें प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।
बैठक में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय पीजी संस्कृत विभाग के सह-प्राध्यापक डॉ आर एन चौरसिया ने बताया कि कैरियर ओरिएंटेड कोर्स में छात्र- छात्राओं को 70- 70 अंकों के दो सैद्धांतिक एवं 60 अंक के एक प्रायोगिक मिलाकर कुल 200 अंकों के तीन पत्रों की परीक्षा देनी होगी। प्रायोगिक परीक्षा में 10 अंक साक्षात्कार पर, 20 अंक दत्तकार्य पर और 30 अंक परियोजना कार्य के लिए निर्धारित होता है, जबकि दो सैद्धांतिक पत्र में 140 अंकों के होंगे। इस प्रकार छात्र- छात्राएं सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक रूप से संबंधित कोर्स में दक्षता हासिल करेंगे, जिन्हें मिथिला विश्वविद्यालय का प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
हिन्दी के विभागाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी प्रो अखिलेश कुमार राठौर ने कहा कि कैरियर ओरिएंटेड कोर्स रोजगारपरक एवं व्यावहारिक शिक्षा का अभिन्न अंग है। यह सामान्य पाठ्यक्रम से अलग कौशल एवं सृजन कार्य से संबंधित गतिविधियों में छात्रों को निपुण बनाने वाला पाठ्यक्रम होता है। इसके अध्ययन- अध्यापन से कम समय और कम लागत में विशिष्ट योग्यताधारी बनने का अवसर मिलता है।
प्रधानाचार्य डा अनिल कुमार मंडल सहित बैठक में ई-कॉमर्स कोर्स के समन्वयक डॉ ललित शर्मा, हॉस्पिटैलिटी एंड कैटरिंग कोर्स के समन्वयक डॉ आशीष कुमार बरियार, फॉरेन ट्रेड कोर्स के समन्वयक डॉ आलोक कुमार, क्रिएटिव राइटिंग एंड ट्रांसलेशन कोर्स के समन्वयक डॉ मनोज कुमार सिंह, विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग के सह-प्राध्यापक डॉ आर एन चौरसिया, हिन्दी के विभागाध्यक्ष सह मीडिया प्रभारी सह एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो अखिलेश कुमार राठौर, प्रधान सहायक बिपीन कुमार सिंह, सहायक प्रतुल कुमार सहित अन्य प्राध्यापकगण एवं कर्मचारियों की उपस्थिति रही।