#MNN@24X7 जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली के पातेपुर में मीडिया संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि ये जो नई नियमावली आई है, ये शिक्षकों की भर्ती, नौकरी की बहाली और उनकी स्थिति को लेकर आई है। नई नियमावली में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर कुछ कहा ही नहीं गया है। नियमावली में जो शिक्षक हैं उनका वेतनमान क्या होगा, उनकी बहाली कैसे होगी?
उन्होंने कहा कि लालू नीतीश ने ही इन शिक्षकों को बहाल किया था। आज कह रहे हैं कि शिक्षक गलत हैं। पहली बात ये कि अगर ये गलत हैं तो ये बहाल कैसे हुए? इनको जो हजारों करोड़ रुपए वेतन के रूप में आम जनता का पैसा दिया गया है, क्या लालू नीतीश इनको वापस करेंगे? अगर ये गलत थे तो 17 सालों से किस समय का इंतजार कर रहे थे? अगर ये लोग ठीक हैं तो फिर इनकी परीक्षा क्यों हो रही है, फिर से नई नियमावली लाने की जरूरत क्या थी?