विश्व स्तरीय Sc/St सम्मेलन का भारत से प्रतिनिधित्व करते हुए बीरेंद्र पासवान उर्फ गुरु जी।

#MNN@24X7 नेपाल,
बुधवार को भरीकुट्टी मंडप काठमांडू में “भारत में एससी/एसटी के – समस्याएं, संभावनाएं और खतरे” विषय पर एक सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री पुष्प कमल प्रचंड नेपाल सरकार के द्वारा किया।। सम्मेलन की अध्यक्षता साउथ अफ्रीका के जैक्शन ड्रेगन ने किया वहीं मंच का संचालन मधेशी दलित गैर सरकारी संस्था महासंघ के अध्यक्ष नरेन्द्र पासवान के द्वारा किया गया।

सम्मेलन में भारत से प्रतिनिधित्व कर रहे ऑल इंडिया पासवान एकता मंच के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता बीरेंद्र पासवान उर्फ गुरु जी ने अपने संबोधन में कहा, कि यह स्ममेलन बहुत महत्वपूर्ण है. भारत सरकार ने राजनीतिक प्रतिबद्धता दी लेकिन ये सरकारें वास्तविक तथ्यों को नहीं समझ रही हैं। इस मुद्दे पर यह 16वां सम्मेलन है हमारा दृष्टिकोण कानूनी, संवैधानिक और समग्र है। हमारी एक संवैधानिक भाषा है. हम सरकारों को यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि यदि आप उन्नत समुदायों के बारे में सोच रहे हैं, तो वंचितों के बारे में क्यों नहीं?

आगे गुरु जी ने कहा कि “यह भारत के मौजूदा एससी/ एसटी के आरक्षण को नष्ट करने/खत्म करने की साजिश किया जा रहा है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो तो इससे ग्राम सभा से लेकर राज्य विधानसभाओं से लेकर लोकसभा तक एससी/ एसटी का राजनीतिक प्रतिनिधित्व और शिक्षा और नौकरियों में प्रतिनिधित्व हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा। उदाहरण के लिए उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बना जहाँ पर आरक्षण को पूर्ण रूप से हटा दिया गया सरकारी नोकरी हो या पढाई सभी में आरक्षण को पूर्ण रूप से समाप्त घोषित कर दिया गया है।

वही चौहरमल कल्याण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अवधेश पासवान अपने संबोधन में कहा अब जनरल (GEN) केटेगरी मे कोई भी अन्य वर्ग का (OBC-SC-ST) अब नौकरी या कॉलेज मे Apply नही कर सकता मतलब वो लोग अपनी ही कैटेगिरी मे apply करेंगे अर्थात आरक्षण के नाम पर OBC को 27%, SC को 15% और ST को 7.5% यानि 85% जनसँख्या को केवल 49.5% आरक्षण और बाकि बचा 50.5% अघोषित आरक्षण मात्र 15% सवर्णो के हिस्से में बच गया है। और यही फार्मूला पूरे देश में लागू होने वाला है।