बिहार के युवा देश ही नहीं, विदेशों में भी जाकर अपनी कड़ी मेहनत से वहां ला रहे हैं समृद्धि- प्रति कुलपति।

एनएसएस के कार्यक्रम व्यावहारिक व शिक्षा से जुड़े हुए हैं जो समाजहित के साथ ही राष्ट्रहित में भी हैं- कुलसचिव।

#MNN@24X7 दरभंगा, बिहार का इतिहास प्राचीन काल से ही समृद्ध रहा है। यह महावीर जैन तथा गौतम बुद्ध आदि की धरती है। यहां के लोग काफी मेहनती रहे हैं। बिहार के युवा देश ही नहीं, विदेशों में भी जाकर अपनी कड़ी मेहनत से वहां भी समृद्धि ला रहे हैं।

उक्त बातें ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉली सिन्हा ने एनएसएस कोषांग द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित “स्वच्छता अभियान सह जागरूकता कार्यक्रम” को हरी झंडी देकर विदा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि बिहार की स्थापना 1912 में देश के 12 वें राज्य के रूप में हुआ था। आज हमलोग 111वां बिहार स्थापना वर्ष मना रहे हैं। इस बार “बिहार के युवा राज्य की प्रगति” थीम के तहत बिहार दिवस मनाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि युवाओं में काफी शक्ति एवं ऊर्जा होती है। वे अपने बल पर बिहार का मान- सम्मान बढ़ायें। प्रति कुलपति ने स्वयंसेवकों से कहा कि वे स्वयं गंदगी न फैलाएं तथा हमेशा फैली गंदगी को स्वच्छ करें। साथ ही आमलोगों को भी इसके प्रति जागरूक करें।

कुलसचिव प्रोफेसर मुश्ताक़ अहमद ने बिहार दिवस की बधाई एवं शुभकामना देते हुए कहा कि हमें बिहार के इतिहास को अच्छे से जानना चाहिए। बिहार प्रजातंत्र की जननी के रूप में पूरी दुनिया को प्रजातंत्र का संदेश दिया।उन्होंने युवाओं से अपने आसपास स्वच्छता रखने तथा शैक्षणिक परिसर को हमेशा स्वच्छ रखने का प्रण लेने का आह्वान किया।
कुलसचिव ने कहा कि सभी धर्मों के अनुष्ठानों एवं पर्व- त्योहारों में स्वच्छता का काफी महत्व होता है। हमें कूड़े- कचरों को जलाना नहीं चाहिए, क्योंकि इससे प्रदूषण बढ़ता है।

कुलसचिव ने कहा कि एनएसएस के कार्यक्रम व्यावहारिक एवं शिक्षा से जुड़े हैं जो समाजहित के साथ ही राष्ट्रहित में भी होते हैं। स्वयंसेवकों को एनएसएस के मापदंडों को अपनाना चाहिए और वे जो कुछ कहते हैं, उसे अपने आचरणों एवं कार्यों के द्वारा भी व्यक्त करना चाहिए।

इस अवसर पर कुलानुशासक प्रो अजयनाथ झा, महाविद्यालय निरीक्षक (कला एवं वाणिज्य) प्रो अशोक कुमार मेहता, परीक्षा नियंत्रक डा आनंद मोहन मिश्र, विश्वविद्यालय प्रेस व मीडिया इंचार्ज डा आर एन चौरसिया, उप कुलसचिव प्रथम डा कामेश्वर पासवान, एनएसएस समन्वयक द्वय डा विनोद बैठा एवं डा आनंद प्रकाश गुप्ता, डा सुनीता कुमारी, डा शगुफ्ता खानम, डा अमित कुमार सिन्हा, शिवनाथ राय, अखिलेश कुमार राठौर, अविनाश कुमार, डा सुबोधचंद्र यादव, मुकुल किशोर वर्मा, डा सरोज राय, डा सोनी कुमारी, अमित कुमार झा, सुरेंद्र प्रसाद, नुरुल होदा सहित करीब एक सौ शिक्षकेतर कर्मी तथा स्वयंसेवक उपस्थित थे, जिन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासनिक परिसर में स्वच्छता अभियान सह जागरूकता कार्यक्रम चलाया।

इस अवसर पर आयोजित जागरूकता रैली में छात्रों ने ‘स्वच्छ रहें- स्वस्थ रहें, एनएसएस का यही है सपना- स्वच्छ रहे बिहार अपना, आज क्या है- बिहार दिवस आदि प्रेरक नारे लगाए।