#MNN@24X7 दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के बेहतर नैक ग्रेडिंग को लेकर एआईएच एंड सी विभाग के साथ एजुकेशन, सूचना एवं पुस्तकालय एवं डब्ल्यूआईटी सहित तीन वित्त-पोषित संस्थानों की ओर से चल रही तैयारियों की समीक्षा दिनांक 27.02.2023 (सोमवार) को कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने की।

कुलपति महोदय ने इस दौरान एक विभाग और तीन संस्थानों को अपडेट करने की प्रक्रिया के अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। साथ ही पठन-पाठन कार्य व छात्र-छात्राओं की वर्ग में उपस्थिति का भी जायजा लिया। कुलपति महोदय ने शैक्षणिक स्तर में गुणवत्तापूर्ण सुधार को लेकर नैक की ओर से मिले निर्देश से सभी शिक्षकों को अवगत कराया। प्रो. सिंह ने कहा कि नैक मूल्यांकन से संबंधित विश्वविद्यालय का एसएसआर जमा कर दिया गया है। साथ ही सभी विभागों को नया लुक देने के लिए कई स्तर पर कार्य चल रहा है, जैसे कि विभाग के साथ विश्वविद्यालय परिसर की साफ-सफाई कर उसका सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। जर्जर भवन का मरम्मत का कार्य भी कराया जा रहा है।

इसके अलावा पुस्तकालय व प्रयोगशाला सहित अन्य सभी विभागों को अपडेट करने की प्रक्रिया शुरू है। इस प्रस्तुति का मुख्य उद्देश्य नैक की टीम के आगमन से पूर्व विश्वविद्यालय के सभी विभाग अपनी तमाम कमियों को दूर करने साथ ही इसको और बेहतर कर सके। साथ ही नैक द्वारा जो सूचनाएं मांगी गई हैं, वे प्रमाणिकता के साथ प्रस्तुत कर सके, जिससे ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को बेहतर नैक ग्रेड इस बार मिल सके।

कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद ने एक्सटेंशन एक्टिविटी के तहत विश्वविद्यालय परिसर से बाहर समाज में किये गए कार्यों का डेटा शामिल करने का सुझाव दिया। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे अपने विभाग के उन्नयन हेतु शॉर्ट टर्म, मिडिल टर्म एवं लोंग टर्म योजनाएं बनाएं, जिससे छात्रों के साथ समाज को भी इसका लाभ मिलें। उन्होंने कहा कि नैक की टीम विश्वविद्यालय के ढांचागत विकास से लेकर विश्वविद्यालय में उपलब्ध मानव संसाधनों का भी ऑडिट करेगी।

विश्वविद्यालय की कोशिश इस बार बेहतर ग्रेड लाने की है।
आईक्यूएसी निदेशक डॉ. मो. ज्या हैदर ने सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि इसी प्रकार दूसरे विभागों की तैयारियों का भी अवलोकन किया जायेगा। अवलोकन के बाद डेटा में कैसे बेहतरी हो इसके लिए कार्य किया जाएगा।

बैठक में प्रति कुलपति प्रो. डॉली सिन्हा, एआईएच एंड सी के विभागाध्यक्ष डॉ. यूएन. तिवारी, एजुकेशन विभागाध्यक्ष डॉ. अरविंद कुमार मिलन, सूचना एवं पुस्तकालय के निदेशक प्रो. दमन कुमार झा एवं डब्ल्यूआईटी के निदेशक डॉ. बी.एस. झा के साथ ही उक्त विभाग एवं तीन वित्त-पोषित संस्थानों के विभागीय शिक्षक एवं आइक्यूएसी कोर कमेटी के सदस्य डॉ. दिवाकर झा शामिल थे।