युवाओं, समाज, देश और दुनिया के लिए सार्थक कार्यक्रम – प्रो. पी.के. झा।

परिवर्तन केवल एक व्यक्ति द्वारा किया जाता है- डॉ घनश्याम राय।

#MNN@24X7 रोबिन सिंह अपने हरित कार्यक्रम के तहत सोमवार शाम 5 बजे पूर्णिया विश्वविद्यालय परिसर पहुंचे। उन्होंने बताया कि 06 अक्टूबर 2022 को कन्याकुमारी से साइकिल यात्रा शुरू की गई थी। अब तक तेरह राज्य और बारह हजार छह सौ किलोमीटर की यात्रा पूरे किए जा चुके हैं। आज एक सौ अस्सी दिन पूरा हो रहा है। पूर्वांचल के अधिकांश राज्यों का भ्रमण करते हुए किशनगंज, बहादुरगंज, अररिया होते हुए पूर्णिया परिसर आए।

सबसे पहले प्रो वाइस चांसलर प्रोफेसर पवन कुमार झा व रजिस्ट्रार डॉ. घनश्याम राय ने रोबिन सिंह का माल्यार्पण कर स्वागत किया। उनके द्वारा परिसर में दो पौधे रोपे गए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हमारा उद्देश्य है कि पूरी दुनिया हरी-भरी हो ताकि हम स्वस्थ सांस ले सकें। अगर हम प्रकृति से प्रेम करेंगे तभी हम जीवों से प्रेम करेंगे।

उन्होंने कहा कि अगले एक साल तक साइकिल यात्रा लगातार जारी रहेगी। साइकिल यात्रा महाराष्ट्र में समाप्त होगी। प्रति कुलपति ने बधाई देते हुए कहा कि आप जो संदेश लेकर जा रहे हैं वह समाज, देश और दुनिया के लिए बहुत ही सार्थक है। रजिस्ट्रार ने रॉबिन सिंह को साहसिक साइकिल यात्रा के लिए बधाई देते हुए कहा कि जिस उद्देश्य से आप देश की यात्रा कर रहे हैं वह आज के मानव जीवन के लिए नितांत आवश्यक है। प्रकृति सुरक्षित है तो हम सब सुरक्षित हैं।

डॉ. राय ने कहा कि जंगल में आग लगाने के लिए एक चिंगारी ही काफी है। दुनिया का इतिहास बताता है कि एक व्यक्ति के नेतृत्व में लाखों लोग इकट्ठे हुए और बड़े बदलाव लाए। इसी तरह आपकी यात्रा और संदेश देश और दुनिया को हरा-भरा बनाने का संदेश देगा।

इस मौके पर प्रोफेसर डीके झा, डॉ. पटवारी यादव, डॉ. अशोक चौधरी, डॉ. अभिषेक आनंद, किसलय किशोर, संजीव कुमार झा, संतोष कुमार, शंभु मुखिया, बिमल चंद्र झा, अंकित, हरेराम, कक्कू, रोहित, आयुष, संजय कुमार, श्यामल, सचिन, अनीश, छात्र नेता रवि गुप्ता, सौरभ कुमार आदि उपस्थित थे।