#MNN@24X7 दरभंगा। कल 74वें गणतंत्र दिवस पर दरभंगा के राजकिला के प्राचीर से दरभंगा के अंतिम महाराज एवं राज्यसभा सदस्य महाराजधिराज सर कामेश्वर सिंह के पौत्र कुमार कपिलेश्वर सिंह ने कहा कि राज परिवार दरभंगा द्वारा राष्ट्र के साथ-साथ मिथिला क्षेत्र में जिस प्रकार उद्योग से लेकर खेल, शैक्षणिक कार्यो के लिए किये गए योगदान हैं उन चुनिंदा कार्यों की समीक्षा करना असंभव है, परंतु मेरा उद्देश्य यही है कि कम से कम ओस की बूंद की तरह ही उन कार्यों को कहीं एक नया आयाम दिया जाए।

कुमार ने कहा कि इस पावन भूमि पर महात्मा गांधी से लेकर डॉ राजेंद्र प्रसाद, जवाहर लाल नेहरू, डॉ जाकिर हुसैन एवं कई गणमान्य एवं राष्ट्र के लिए कार्य कर रहे हैं समर्पित महान राजनेताओं का आगमन रहा है, उन लोगों का ठहराव इस परिवार के अधीन ही रहा है और ऐसे पौराणिक अतीत को हम यूं ही नहीं भुला सकते। मेरा उद्देश्य यह है कि कहीं न कहीं ऐसे कार्यों को जो वर्षों पहले हमसे अलग हो गए उनको फिर से जामा पहनाया जाए।

दरभंगा के राज किला से झंडा फहराने के उपरांत उन्होंने दरभंगा के नागरिकों को यह आशा और उम्मीद दिलाई की फिर से राज परिवार ऐसे कार्यो के लिए दृढ़संकल्प है। साथ ही लोगों से अनुरोध कर रहा है कि वह ऐसे महान कार्यों में सहयोग दें।

पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि समाज के सकारात्मक लोगो के बिना किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को नही किया जा सकता है। और न ही समाज मे बदलाव आ सकता है।

इस अवसर पर शहर के गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित हुए।जिसमे डॉ हेमपति झा, अमरकांत झा, रमेश झा, आशुतोष दत्त, प्रियांशु झा, निखिल खेरिया, बैद्यनाथ चौधरी, कर्मनाथ सिंह ठाकुर, मीना झा, पप्पू मेहता, संतोष कुमार, आदि शिक्षक, समाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।