-फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के लिए स्वास्थ्य समिति द्वारा सीफार के सहयोग से हुआ मीडिया कार्यशाला का आयोजन
-फाइलेरिया को रोकने के लिए 10 फरवरी से अगले 14 दिन तक चलेगा सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम
-जिले में 14 लाख 9 हजार 967 लोगों को खिलाई जाएगी डीईसी व अल्बेंडाजोल की दवा

#MNN@24X7 सुपौल , 8 फरवरी । लोगों को फाइलेरिया से सुरक्षित रखने और बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए 10 फरवरी से अगले 14 दिन तक जिले में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (एमडीए) का आयोजन किया जा रहा है। उक्त कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा सेंटर फोर एडवोकेसी एण्ड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से सदर अस्पताल परिसर में एकदिवसीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया।

डीभीबीडीसीओ डॉ.दीप नारायण की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में सभी मीडिया कर्मियों से मीडिया के माध्यम से लोगों को फाइलेरिया के प्रति जागरूक करने और सरकार द्वारा चलाए जा रहे सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की गई। मीडिया कार्यशाला में जोनल कोऑर्डिनेटर डब्ल्यूएचओ डॉ. दिलीप कुमार , भीडीसीओ विपिन कुमार , पीसीआई के जिला कोऑर्डिनेटर अजय कुमार मिश्रा , एसएमसी सुरजीत कुमार सिंह केयर इंडिया डीपीओ नसरीन बानो , सीफार प्रमंडलीय समन्वयक -कार्यक्रम अमन कुमार, सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

फाइलेरिया के प्रति जागरूकता जरूरी :

कार्यक्रम में भीबीडीसीओ डॉ. दीप नारायण ने बताया फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होने वाला एक गंभीर संक्रामक बीमारी है जिसे आमतौर पर हाथी पांव भी कहा जाता है। कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है। फाइलेरिया के प्रमुख लक्षण हाथ और पैर या हाइड्रोसिल (अण्डकोष) में सूजन का होना होता है। प्रारंभिक अवस्था में इसकी पुष्टि होने के बाद जरूरी दवा सेवन से इसे रोका जा सकता है। इसके लिए लोगों में जागरूकता की आवश्यकता है। लोगों को फाइलेरिया के लिए जागरूक करने में मीडिया की सशक्त भूमिका होती है। 10 फरवरी से सरकार द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसमें आशा व आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा घर-घर जाकर मुफ्त दवा खिलायी जाएगी । लोगों को इस कार्यक्रम में भाग लेकर स्वयं और अपने परिवार को फाइलेरिया से सुरक्षित करना चाहिए।

जिले में 14.09 लाख लोगों को खिलाई जाएगी डीईसी व अल्बेंडाजोल की दवा :

डब्ल्यूएचओ की जोनल कोऑर्डिनेटर डॉ. दिलीप कुमार ने बताया कि लोगों को फाइलेरिया संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए आशा व आंगनबाड़ी सेविका द्वारा लोगों को घर-घर जाकर अपनी उपस्थिति में डीईसी व अल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी। एमडीए कार्यक्रम के दौरान जिले में 14 लाख 9 हजार 967 लोगों को यह दवा खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया 02 साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों के अलावा सभी लोगों को दवा खिलाई जानी है । जिसके लिए 69 लाख 80 हजार 576 डीईसी तथा 29 लाख 11 हजार 81 अल्बेंडाजोल की दवा उपलब्ध कराई गई है।

इस प्रकार करना है फाइलेरिया उन्मूलन दवा का सेवन :

केयर इंडिया डीपीओ. नसरीन बानो ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में 02 वर्ष से 05 वर्ष के बच्चों को डीईसी तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली, 06 वर्ष से 14 वर्ष तक के लोगों को डीईसी की दो तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी। लोगों द्वारा अल्बेंडाजोल का सेवन आशा की उपस्थिति में चबाकर किया जाना है। 02 वर्ष से कम उम्र के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं तथा गंभीर रोग से ग्रसित लोगों को कोई दवा नहीं खिलायी जानी है। कार्यक्रम में छूटे हुए घरों में आशा कर्मियों द्वारा पुनः भ्रमण कर दवा खिलाई जाएगी।.
ध्यान रखने योग्य जानकारी :
– खाली पेट दवा का सेवन नहीं किया जाना है।
– दवा स्वास्थ्य कर्मियों के सामने ही खाना जरूरी है।
– अल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खाई जानी है।
– फाइलेरिया से सुरक्षित रहने के लिए अपने घरों के आसपास गंदा पानी इकट्ठा न होने दें।
– सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।