#MNN@24X7 पूर्णिया। एसटीएफ की विशेष टीम ने जिला पुलिस के सहयोग से इनामी कुख्यात अपराधी पवन सिंह और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दोनों के पास से एक देसी पिस्टल, देसी कार्बाइन, 10 जिंदा कारतूस 315 बोर का 20 जिंदा कारतूस और एक खोखा भी बरामद किया है.एसटीएफ की टीम को इसकी काफी लंबे समय से तलाश थी.

आरपीएफ कांस्टेबल थे पवन।

एसटीएफ के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार पहले आरपीएफ में ये कांस्टेबल थे, वहां से भागकर आ गए पूर्णिया। पुलिस और पटना एसटीएफ की टीम ने संयुक्त रूप से उन्हें गिरफ्तार किया है. कुख्यात अपराधियों के पास दो मैगजीन, दो सीलिंग, लाल रंग की पुलिस की बेल्ट और पोच बरामद किया गया है.”-आमिर जावेद, एसपी, पूर्णिया

अपराधी की पत्नी है मुखिया।

कुख्यात अपराधी पवन सिंह का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. इसके खिलाफ टीकापट्टी थाना और कुरसेला थाना में 5 से अधिक मामले दर्ज हैं. पवन सिंह टीकापट्टी थाना क्षेत्र अंतर्गत सपहा गांव के रहने वाले है. पवन की पत्नी मुखिया है.

शिक्षक की हत्या का आरोप।

पवन सिंह ने गांव के ही रहने वाले शिक्षक नागेश्वर मंडल की गोली मारकर हत्या कर दी थी. पवन पर नागेश्वर मंडल की हत्या मामले में टीकापट्टी थाना में हत्या का मामला दर्ज है. पवन सिंह मुंगेर जिले के जमालपुर रेलवे में आरपीएफ की नौकरी करता था. 2017 में पवन सिंह की पिता ज्ञानचंद सिंह की हत्या हो गई. पवन जॉब छोड़कर घर आ गया और शिक्षक नागेश्वर मंडल की गोली मारकर हत्या कर दी थी.

गंभीर आपराधिक मामले दर्ज।

पवन के पिता की हत्या मामले में गांव के ही 17 लोगों पर हत्या का केस दर्ज हुआ था. इसमें शिक्षक नागेश्वर मंडल को कोर्ट ने रिहा कर दिया. यह बात पवन को हजम नहीं हुई और उसने नागेश्वर मंडल की गोली मारकर हत्या कर दी. पवन सिंह पर पूर्णिया के टीकापट्टी थाना, खगड़िया जिले के बेलदौर थाना, कटिहार जिले के कुर्सेला थाना, पोठिया थाना, नवगछिया जिले के रंगरा थाना, भागलपुर जिले के खरीक थाना में हत्या, अपहरण, आर्म्स एक्ट, रंगदारी जैसे गंभीर आपराधिक मामला दर्ज हैं.