#MNN@24X7 पटना। बिहार के राजनीतिक गलियारों में इन्हीं चर्चाओं के बीच नीतीश कुमार के करीबी और जनता दल यूनाइटेड संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने एक ऐसा बयान दे दिया है, जिसे लेकर अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या वाकई नीतीश बीजेपी के कॉन्टेक्ट में है?आखिरकार उपेंद्र कुशवाहा के बयान के क्या मायने हैं?

दरअसल, इन दिनों उपेंद्र कुशवाहा की बीजेपी नेताओं के साथ नज़दीकियों और बीजेपी में शामिल होने की अटकलें काफी तेज है. इसी कड़ी में बीते गुरुवार को जब उपेंद्र कुशवाहा दिल्ली के एम्स में रुटीन चेकअप के लिए भर्ती हुए, तो उनसे मुलाकात करने शुक्रवार को बिहार बीजेपी के 3 नेता पहुंचे थे. जिनमें 2 पूर्व विधायक संजय टाइगर और प्रेम रंजन पटेल शामिल थे.

इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं तो उपेंद्र कुशवाहा के भविष्य की राजनीति को लेकर चर्चा गर्म हो गई. अटकलें लगने लगीं कि नीतीश कुमार को छोड़ उपेंद्र कुशवाहा जल्द बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. इन्हीं चर्चाओं के बीच रविवार शाम उपेंद्र कुशवाहा दिल्ली से पटना पहुंचे और जब उनसे बीजेपी के नेताओं के साथ मुलाकात को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं के साथ मेरी एक तस्वीर क्या आ गई, बात का बतंगड़ बना दिया गया. इसका क्या मतलब है? किसी का भी व्यक्तिगत संबंध किसी के साथ हो सकता है. अस्पताल में अगर कोई मिल रहा है, तो इसका राजनीतिक मतलब निकालने का क्या मतलब है?

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बीजेपी के किसी नेता के साथ मुलाकात का यह अर्थ निकालना कि हम बीजेपी के संपर्क में है, ये गलत है. संपर्क की बात इस अर्थ में की जा रही है कि बीजेपी के नेताओं से हमारी पार्टी का जो जितना बड़ा नेता है, वह उतना ही ज्यादा संपर्क में है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हमारी पार्टी जनता दल यूनाइटेड दो-तीन बार बीजेपी के संपर्क में गई और फिर संपर्क से बाहर हो गई. पार्टी अपनी रणनीति के हिसाब से जो आवश्यक होता है वह करती है.

उन्होंने कहा कि मेरे बारे में ऐसी चर्चा करने का कोई मतलब है क्या? उपेंद्र ने कहा कि मैं जेडीयू में रहूंगा कि नहीं यह मेरे अलावा और कौन तय कर सकता है? हालांकि उपेंद्र कुशवाहा ने माना कि जनता दल यूनाइटेड कमजोर हो रही है और वह उससे मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. कुशवाहा ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड को तुरंत इलाज की जरूरत है।