#MNN@24X7 गया। बिहार के गया में अफीम की तस्करी करते एक सास और दामाद को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से करीब 20 लाख मूल्य की अफीम बरामद की गई है. दरअसल गया जिले में अफीम का धंधा भी शराब के धंधे की तरफ खूब फल-फूल रहा है. जिस पर प्रशासन नकेल कसने में विफल साबित हो रही है. बिहार झारखंड के सीमावर्ती इलाके से ये अफीम दूसरे राज्यों में सप्लाई के लिए ले जाई जा रही थी.

हरियाणा-दिल्ली को ले जा रहे थे अफीम।

जानकारी के अनुसार बिहार व झारखंड के सीमावर्ती इलाके से अफीम की बड़ी खेप हरियाणा व दिल्ली के लिए तस्करी की जा रही थी. इसी बीच इमामगंज एसडीपीओ मनोज राम और ईएसआई धर्मेंद्र कुमार को गुप्त सूचना मिली, जिसके बाद छापेमारी शुरू की गई. इस क्रम में महारानी नाम की एक बस को रानीगंज बस स्टैंड में रोक कर तलाशी ली गई तो इसका खुलासा हुआ. बस में बैठे सास और दामाद के पास से 5 किलो अफीम की बरामदगी की गई.

धंधे में शामिल मुख्य लोगों की तलाशी जारीः पुलिस के अनुसार बरामद अफीम की कीमत बाजार में 20 लाख से भी अधिक की है. इस सफलता के बाद अब पुलिस की टीम अफीम की तस्करी करने में जुटे रैकेट के संबंध में पता लगाने की कोशिश कर रही है. वहीं, गिरफ्तार सास और दामाद से भी पूछताछ जारी है. एसडीपीओ मनोज राम के अनुसार महारानी नामक बस से दो संदिग्ध लोगों के अफीम की तस्करी की सूचना मिली थी. जिस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए रानीगंज बस स्टैंड के पास छापेमारी की गई और तलाशी के दौरान एक बैग में रखे 5 किलो अफीम बरामद किए गए. धंधे में शामिल मुख्य लोगों को चिन्हित करने की कार्रवाई तेज कर दी गई है. जल्द ही रैकेट का खुलासा कर लिया जाएगा.

20 लाख से अधिक मूल्य की अफीम बरामद की गई है. एक महिला और पुरुष की गिरफ्तारी हुई है, जो रिश्ते में सास और दामाद लगते हैं. गिरफ्तार लोगों की पहचान झारखंड के प्रतापपुर थाना के उरैली गांव निवासी अजय दास और उसकी सास हंंटरगंंज थाना क्षेत्र के करमार गांव निवासी पनवा देवी के रूप में की गई है. दोनों से पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।”-मनोज राम, एसडीपीओ।