रिजल्ट में धांधली को लेकर आइसा कुलाधिपति, कुलपति को सौंपेगा ज्ञापन।

विवि के अधिकारी दलालों के सहारे चलना बन्द करे- आइसा।

#MNN@24X7 दरभंगा 5 मई, ललित नारायम मिथिला विवि द्वारा जारी पीएचडी नामाकन परीक्षा के रिजल्ट में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। और इसको लेकर छात्रों में आक्रोश व्यापत है।

उक्त बातें आइसा जिला सचिव मयंक कुमार यादव व जिला अध्यक्ष प्रिंस राज ने एक प्रेस विज्ञपति जारी करते हुए कहा है।

आइसा नेता ने कहा कि मिथिला विवि के कुलपति और कुलसचिव विवि के अंदर तानाशाही माहौल को हावी किये हुए है। पीएचडी इंटरव्यू का नंबर जो विभाग द्वारा दिया गया उसमे बरे पैमाने पर धांधली हुई है। रिजल्ट को गलत संहि कर प्रकाशित किया गया है। कई विभाग द्वारा अपने हितैसी छात्र-छात्रा को पास करने के लिए JRF पास छात्र को इंटरव्यू में 20 नंबर में 5 नंबर देकर छात्र का सेलेक्शन नही किया गया। साथ ही साथ पीएचडी प्रवेश परीक्षा में पेट छात्र-छात्राओं के अलावा शिक्षकों के लिए कितना शीट है इसको भी नही दर्शाया गया।

आइसा नेताओ जे कहा कि जब इंटरव्यू का रिजल्ट जारी किया गया तो पहला बार जितना नंबर दिया गया ठीक उसके कई घंटा बाद किसी को 5 नंबर बढ़ा दिया गया तो किसी को 5 नंबर घटा दिया गया है।

विदित हो कि इसी विवि द्वारा पेट 2020 का रिजल्ट पारदर्शिता तरीके से सभी छात्र-छात्राओं का रिजल्ट निकाला गया था जो पास है उनका और पास नही है उनका भी। लेकिन इस बार क्या कारण है कि रिजल्ट को पारदर्शिता तरीक़े से नही निकाला गया।

आइसा नेताओ में कहा है कि इस पूरे सवालों को महामहिम कुलाधिपति महोदय, कुलपति महोदय को आवेदन के माध्यम से अवगत कराया जाएगा और उक्त रिजल्ट को रद्द के पारदर्शिता तरीके से रिजल्ट के प्रकाशन की मांग की जाएगी।

वही आइसा नेताओ कहा हैं की आइसा का लागातर मांग रहा है कि दलालों को कैम्पस से बाहर रखा जाय लेकिन आज भी दलाल-बिचौलिया अधिकारी के कार्यालयों में जर जमाये हुए है और अधिकारी उन्हें सरक्षण देते है। ऐसे अधिकरियो के विरूद्ध भी कुलाधिपति को लिखा जाएगा।