#MNN@24X7 समस्तीपुर, रविवार को राजद के राष्ट्रीय महासचिव सह पूर्व मंत्री श्याम रजक के दरभंगा से पटना वापस लौटने पर समस्तीपुर अतिथि भवन पहुंचने पर राजद कार्यकर्ताओ ने उनका भव्य स्वागत फुल, माला, मोमेंटो तथा चादर से किया। प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि नई संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री के बजाय राष्ट्रपति से कराया जाना चाहिए था।

उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार संविधान और संवैधानिक पद का अपमान कर रही है। केंद्र सरकार ने नए संसद भवन के उद्घाटन के समय लोकसभा अध्यक्ष की सीट के बगल में सेंगोल को स्थापित किया है। राजद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने इसे सेंगोल का अपमान बताया।

नई संसद के उद्घाटन का विपक्ष द्वारा बहिष्कार लोकतांत्रिक विरोध का एक रूप है।


उन्होंने दावा किया था कि इस बात का कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है कि माउंटबेटन, सी राजगोपालाचारी और पंडित नेहरू ने सेंगोल को सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक कहा था। कहा कि मद्रास प्रांत के एक धार्मिक प्रतिष्ठान ने अगस्त 1947 को पंडित नेहरू को यह राजदंड सौंपा था लेकिन इसे सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के रूप में वर्णित नहीं किया गया था।

उन्होंने ये भी कहा कि सेंगोल मामले को उठाकर भाजपा तमिलनाडु में राजनीतिक फायदा लेना चाहती है। यह लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है।