#MNN@24X7 दरभंगा, 10 मार्च, जिलाधिकारी, दरभंगा राजीव रौशन की अध्यक्षता में स्थानीय दरभंगा प्रेक्षागृह में विकास मित्रों एवं जिला स्तरीय पदाधिकारियों का विकास रजिस्टर वर्जन – 2.0 की भूमिका से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
 
जिनमें बिहार महादलित विकास मिशन द्वारा संचालित मुख्य योजनाओं की जानकारी दी गयी। मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं जनजाति, सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार अधिनियम निवारण-1989 के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गयी।
 
इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, अन्तर्जातीय योजना, समेकित बाल विकास योजनाएँ, विकास रजिस्टर वर्जन – 2.0 के अवयव जिनमें बिजली, जलापूर्ति, शौचालय, मुख्यमंत्री दिव्यांगजन प्रोत्साहन अनुदान योजना, वास भूमि, मुख्यमंत्री परिवार लाभ योजना, कन्या लाभ योजना, बिहार राज्य दिव्यांगता पेंशन योजना, इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), मुख्यमंत्री सात निश्चय की सभी योजनाएँ, मद्यनिषेध अभियान, बाल विवाह, दहेज प्रथा उन्मूलन अभियान, सहायता-राष्ट्रीय हेल्पलाईन सम्मिलत हैं, की जानकारी दी गयी।
    
जिलाधिकारी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार की सभी योजनाओं को समाज के अंतिम पायदान तक लाभ पहुँचाने में विकास मित्रों की बहुत बड़ी भूमिका है।
 
उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की कथन का उदाहरण देते हुए कहा कि आप जब भी कोई काम करते हैं, वह कितना सही है यह निर्माण करने हेतु अपने मन में उस व्यक्ति का स्मरण करें, जिसके लिए आप काम कर रहे हैं, जो समाज के अंतिम पायदान पर खड़ा है, यदि लाभ मिल रहा है, तो आपका काम सही है।
 
उन्होंने कहा कि सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक रूप से पिछड़े स्थल पर  विकास की योजनाओं का लाभ पहुँचाना सबसे कठिन कार्य है। महादलित टोलों में विकास की योजनाओं को पहुँचाने का दायित्व विकास मित्रों को दिया गया है।

उन्होंने कहा कि महादलित परिवारों में यदि शौचालय का प्रयोग नहीं हो रहा है, तो इसमें विकास मित्र को अपनी जिम्मेवारी फिर से तय करनी होगी, उन्हें सोचना होगा कि हम कहा असफल हो गए।
 
उन्होंने कहा कि यह जागरूकता से संबंधित विषय है। सरकार द्वारा लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के अन्तर्गत शौचालय निर्माण हेतु 12-12 हजार रूपये उपलब्ध कराये गये, यदि शौचालय निर्माण कर  उसका उपयोग नहीं किया जा रहा है, तो उनके एवं उनके परिवार के स्वास्थ्य एवं सम्मान से जुड़ा हुआ विषय है, इसके लिए समाज में विकास मित्र को जागरूकता लानी होगी। विकास मित्र समाज में सेतु की तरह काम करते हैं।
 
मद्यनिषेध अभियान भी जागरूकता से संबंधित विषय है, उन्हें समझाना होगा कि यदि हम मद्यपान करते हैं, तो नुकसान किसका हो रहा है। निःसंकोच हमारा ही हो रहा और कई तरह से हो रहा है। पहला आर्थिक क्षति हो रही है, दूसरा नशा करने के बाद आप किसी काम के नहीं रह जाते हैं और तीसरा आपके परिवार को मानसिक त्रसादी भुगतनी पड़ती है।
 
उन्होंने विकास मित्रों से कहा कि आप 15545 नम्बर पर सूचित करें और बताइएगा मेरा नाम गुप्त रखा जाए, तो आपका नाम गुप्त ही रखा जाएगा।
 
उन्होंने कहा कि जिला में वरीय पुलिस अधीक्षक, उत्पाद अधीक्षक या हमें व्हाट्स एप के माध्यम से सूचित कर सकते हैं। लेकिन जरूरत उन्हें जागरूक करने की है, चाहे बाल विवाह, दहेज प्रथा या मद्यनिषेध का मामला हो। यह व्यवहार परिवर्तन से जुड़ा मामला है।
 
उन्होंने कहा कि भय दिखाकर लम्बे समय तक किसी भी समाज को विकास के मार्ग पर नहीं रख रखते हैं, इसके लिए उन्हें जागरूक करना होगा। यदि वह स्वंय जागरूक हो जाए और अपने तथा अपने परिवार का भला-बुरा सोचने/समझने लग जाएं, तो उस दिन वहाँ भय की जरूरत नहीं होगी, वे स्वंय विकास के मार्ग पर चल पड़ेंगे और उस दिन सच में बाबा साहेब डॉ भीम राव अम्बेडकर का सपना पूरा होगा।
 
उन्होंने कहा कि सबसे पहले हमें उन्हें शिक्षा से जोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि हमें संकल्प लेना होगा कि हमें जहाँ की जिम्मेदारी दी गई, वहाँ के महादलित परिवार का कोई भी बच्चा अशिक्षित नहीं रहें।वहाँ के एक एक बच्चा स्कूल में सही तरह से शिक्षा ग्रहण करें।
 
उन्होंने कहा कि यदि आप आनेवाली पीढ़ी को सही मायने में शिक्षित कर देंगे, तो अपना अधिकार पाने के लिए वे स्वयं तत्पर हो जाएगें।
 
उन्होंने विकास मित्र को बताया कि यदि आपकी जानकारी में किसी परिवार का जॉब कार्ड नहीं बना है, तो उसका फॉर्म भरकर अपने प्रखण्ड को दे सकते हैं, अगर वहाँ कठिनाई हो रही है, तो अपने प्रखण्ड कल्याण पदाधिकारी या जिला कल्याण पदाधिकारी को दे सकते हैं और यदि वहाँ भी परेशानी हो तो जिला कल्याण पदाधिकारी मुझे दे सकते हैं। लेकिन आपको पहल करनी होगी।
 
उन्होंने कहा कि यदि कोई योग्य व्यक्ति जॉब कार्ड से छुटा हआ है, तो उसको जोड़ने की भी जिम्मेवारी आप ही की है। उन्होंने कहा कि कई लोगों ने आवास योजना का प्रश्न उठाया है, लेकिन यह भी देखा गया है कि कई लोग प्रथम किस्त की राशि लेने के बाद भी द्वितीय किस्त नहीं ले पाते हैं, खासकर महादलित समाज के लोग, पहला किस्त लेने के बाद कुछ किया ही नहीं। उन्हें समझाने और जागरूक करने की आवश्यकता है।
 
उन्होंने कहा कि आप विकास मित्र है और मित्र का अर्थ होता है दोस्त, जो कष्ट को समझे, ताकि आप उसकी पीड़ा को समझ सकें, वो आपको अपना कष्ट बता सकें, इसलिए मित्र के नाते उन सभी लोगों को विकास की योजनाओं से जोड़कर उनको लाभान्वित करने की जिम्मेवारी आपकी है।
  
इसके पूर्व वार्ड नम्बर – 30 नगर क्षेत्र के विकास मित्र अनीता कुमारी, हनुमाननगर के विकास मित्र दिलीप कुमार, जाले के विकास मित्र राम भजन लाल बैठा, हनुमाननगर, गोदाईपट्टी के विकास मित्र शिव बालक राम, अलीनगर, अधोलोआम पंचायत के विकास मित्र राम लखन सदा ने कार्य के दौरान होने वाली कठिनाई से जिलाधिकारी महोदय को अवगत कराया।
    
उक्त अवसर पर जिला कल्याण पदाधिकारी मो. असलम अली, भूमि सुधार उप समाहर्त्ता राकेश रंजन, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (शिक्षा) एवं अन्य संबंधित पदाधिकारीगण उपस्थित थे।