#MNN@24X7 जन सुराज पदयात्रा के दौरान सारण में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि यहां बैठे जीतने भी लोग हैं उनमें ऐसा कोई नहीं है, जिसके परिवार का कोई सदस्य बिहार से बाहर मजदूरी न कर रहा हो। जब लोगों से पूछो कि आप वोट क्यों करते हैं, तो उनके पास एक ही जवाब होता है कि गाँव के सब लोगों ने वोट दिया तो मैंने भी दे दिया। यदि ऐसे ही वोट देते रहें, तो आप अपनी हालत देखिए, आपके घर के जवान बच्चें, आपके पति, पिता, किसी के चाचा शहर में एक छोटे कमरे में 4-5 लोग एक साथ रहते हैं। 12-14 घंटे जाकर मजदूरी करते हैं, ओवर टाइम करते हैं और अपना पेट काट कर 6-7 हजार रुपये भेजते हैं अपने बच्चों के लिए।
उन्होंने कहा वोट देने के दिन राजा बनकर रहेंगे तो 5 साल नेता आपके घर के आगे गिड़गिड़ाएगा और अगर वोट देने के दिन आपने गलती कर दी तो 5 साल तक भिखारी बनकर बैठना पड़ेगा। अगर आप को ये बात समझ आती है तो बहुत अच्छा है नहीं तो बिहार की ये दुर्दशा बनी रहेगी।