#MNN@24X7 जिरादेई / मैरवा, सिवानजन सुराज पदयात्रा के 140वां दिन की शुरुआत सिवान के मैरवा प्रखंड अंतर्गत बड़का मांझा पंचायत स्थित पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई। इसके बाद प्रशांत किशोर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ पदयात्रा के लिए निकले। आज जन सुराज पदयात्रा छोटका मांझा, तितरा, ठेपहा, से होते हुए जिरादेई पंचायत के भारथुई गांव स्थित धज्जू सिंह उच्च विद्यालय शाह इंटर कॉलेज में जन सुराज पदयात्रा शिविर में रात्रि विश्राम के लिए पहुंची।

प्रशांत किशोर की पदयात्रा कल 13 दिनों से सिवान जिले में है। वे जिले में 15 से 20 दिन और रुकेंगे और इस दौरान वे अलग-अलग गांवों और प्रखंडों में पदयात्रा के माध्यम से जनता के बीच जाएंगे। उनकी समस्याओं को समझ कर उसका संकलन कर उसके समाधान के लिए ब्लू प्रिंट तैयार करेंगे। दिनभर की पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर 3 आमसभाओं को संबोधित करेंगे और 5 पंचायत के 9 गांवों से गुजरते हुए 12.5 किमी की पदयात्रा तय की।

आपने जिसके लिए अपना खून बहाया, आज वही CPI (ML) वालों ने लालटेन का हाथ पकड़ लिया।

जन सुराज पदयात्रा के दौरान सिवान के छोटका मांझा पंचायत में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि मोदी जी और लालू जी अकेले नहीं है, जिस CPI (ML) के लिए अपने लाठी डंडे खाए हैं, आज वही CPI (ML) लालू जी के लालटेन को अपने सिर पर लेकर चल रही है। अब आप ही बताए कि इस तरह कैसे बिहार की दशा सुधरेगी? यही बताने के लिए हम आए हैं कि आपको ये समझना होगा की कोई आपकी दशा को नहीं बदल सकता है, जब तक आप खुद अपने बारे में नहीं सोचेंगे। यदि आप अपने बारे में नहीं सोच रहे हैं, तो कम से कम अपने बच्चों के बारे में सोचिए। यदि आप धर्म के नाम पर, विचारधारा के नाम, 5 किलो अनाज के नाम पर वोट करेंगे तो जिस गरीबी और बदहाली में आपका जीवन बीता है, आपके बच्चों का भविष्य भी उसी गरीब और बदहाली में गुजरेगा।

जाति-धर्म के नाम पर बंधुआ मजदूर बनना बंद कीजिए वरना आपकी आने वाली पीढ़ी को भी भुगतना पड़ेगा: प्रशांत किशोर।

जन सुराज पदयात्रा के दौरान सिवान में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में जनता जाति और धर्म के ऊपर कुछ भी सोच नहीं पाती है। वोट के समय अंततः वह जाति पर ही अपना मत देती है। बिहार में कोई भी नेता जाति की राजनीति नहीं करता है। बिहार में नेताओं की राजनीति परिवार के स्वार्थ की राजनीति पर टिक गई है, और जनता जाति की राजनीति करने में उलझी हुई है। बिहार में लोगों ने राष्ट्रवाद और धर्म के नाम पर मोदी जी को बहुत वोट दिए हैं। मैं आपको चुनौती दे रहा हूं कि पिछले 9 सालों से मोदी जी प्रधानमंत्री बने बैठे हैं, और इन सालों में बिहार के विकास के लिए अगर एक भी बैठक किया हो तो आप हमको बता दीजिए, कल से मोदी जी का झंडा लेकर घूमने को तैयार हैं। बिहार की जनता जाति और धर्म के नाम पर बंधुआ मजदूर बन गई है। अगर आप अपने बच्चों की चिंता नहीं करेंगे तो कोई भी नेता और दल आप की चिंता नहीं करेगा। यही कारण है कि पिछले 50 वर्षों से बिहार आज भी वहीं का वहीं है।